एक राष्ट्र, एक चुनाव संविधान की बुनियादी संरचना के खिलाफ, कांग्रेस की मोदी सरकार को दो टूक

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक राष्ट्र, एक चुनाव के विषय पर सरकार के गठित उच्च स्तरीय समिति को पत्र लिखकर कहा है, कि संसदीय शासन व्यवस्था को अपनाने वाले देश में एक साथ चुनाव की अवधारणा के लिए कोई स्थान नहीं है।

Updated: Jan 19, 2024, 07:11 PM IST

नई दिल्ली। एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर देश में बहस तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे संविधान की बुनियादी संरचना के खिलाफ बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस संबंध में केंद्र द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति को भंग करने की मांग की है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विषय पर सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि संसदीय शासन व्यवस्था को अपनाने वाले देश में एक साथ चुनाव की अवधारणा के लिए कोई स्थान नहीं है और उनकी पार्टी ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार का पुरजोर विरोध करती है।

समिति के सचिव नीतेन चंद्र को भेजे सुझाव में खड़गे ने ये भी कहा है कि एक साथ चुनाव कराने का विचार संविधान की मूल संरचना के विरुद्ध है और यदि एक साथ चुनाव की व्यवस्था लागू करनी है तो संविधान की मूल संरचना में पर्याप्त बदलाव की आवश्यकता होगी। खड़गे ने पत्र में लिखा है कि जिस देश में संसदीय शासन प्रणाली अपनाई गई हो, वहां एक साथ चुनाव की अवधारणा के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार द्वारा एक साथ चुनाव के ऐसे प्रारूप संविधान में निहित संघवाद की गारंटी के खिलाफ हैं।

बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति की ओर से सुझाव के लिए पिछले साल 18 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा गया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने 17 बिंदुओं में अपने सुझाव समिति के पास भेजे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और इस समिति को शुरू में ही इसको लेकर ईमानदार होना चाहिए था कि वे जो प्रयास कर रहे हैं, वह संविधान की मूल संरचना के विरुद्ध हैं और यदि एक साथ चुनाव लागू करना है तो संविधान की मूल संरचना में पर्याप्त बदलाव की आवश्यकता होगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी और देश के लोगों की ओर से मैं उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे संविधान और संसदीय लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उनके व्यक्तित्व और भारत के पूर्व राष्ट्रपति के पद का दुरुपयोग न करने दें। उन्होंने कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार का कड़ा विरोध करती है। एक संपन्न और मजबूत लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए ये जरूरी है कि इस पूरे विचार को त्याग दिया जाए।