Uma Bharti: राम या अयोध्या BJP की बपौती नहीं

Ram Mandir Bhoomi Poojan: जो भी राम पर आस्था रखता है वो इस पर बात करने का अधिकार रखता है, कोई ये अधिकार छीनता है तो यह अहंकार कहलाएगा

Updated: Aug 05, 2020, 02:43 AM IST

भोपाल। BJP की फायरब्रांड नेता उमा भारती राम के नाम पर राजनीति कर रहे बीजेपी नेताओं को कहा है कि राम का नाम या अयोध्या बीजेपी की बपौती नहीं है। ये सबकी हैं, जो बीजेपी में हैं या नहीं हैं. जो किसी भी धर्म को मानते हो यदि राम में आस्था रखते हैं तो राम पर उनका अधिकार है। राम के नाम पर किसी का पेटेंट नहीं हो सकता है। 

राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अयोध्या पहुँची पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने मीडिया से चर्चा में कहा है कि राम का नाम या अयोध्या भाजपा की बपौती नहीं है। वे सबके हैं। जो भी राम को मानते हैं चाहे वे किसी भी धर्म, किसी भी पार्टी के हों, किसी भी समुदाय के हों, भारत के ही नहीं विश्व के कहीं के भी निवासी हों, जो राम के नाम मे आस्था रखते हैं, राम को मानते हैं, वे सब अधिकार रखते हैं कि वो इस बारे में अपनी राय दें। इस अधिकार को रोकने का अगर हम अहंकार पाल लेंगे कि राम पर हमारा पेटेंट है तो हम भूल रहे हैं कि हमारा अंत होना है राम तो अनादि और अनन्त है। 

यह बयान दे कर उमा भारती ने उन BJP नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुप करवा दिया है जो राम मंदिर निर्माण को केवल BJP की ही उपलब्धि मान कर इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उनकी आस्था और कांग्रेस के हनुमान चालीसा पाठ पर उठ रहे सवालों पर यह जवाब देने वाले उमा भारती को धन्यवाद कहा है। राज्य सभा सांसद विवेक तंखा ने भी ट्वीट कर संदेश दिया है कि राम किसी एक दल या समुदाय के नहीं सबके हैं। उन्होंने कहा है कि  कांग्रेस लीडर सौरभ नाटी शर्मा ने जबलपुर में राम भगवान के 200 होर्डिंग लगा कर यह संदेश दिया है कि राम सबके हैं। वह हिंदू समाज के सबसे बड़े आस्था के केंद्र हैं। किसी पार्टी विशेष के नहीं है सौभाग्यावश उमा भारती  का भी देश को यह संदेश है।

ग़ौरतलब है कि अयोध्या में  5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन आयोजित किया गया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं से कहा है कि वे भूमि-पूजन समारोह के पहले दिन 4 अगस्त मंगलवार को अपने घरों में 'हनुमान चालीसा' का पाठ करें। कमल नाथ खुद भी अपने निवास पर 4 अगस्त को सुबह 11 बजे बाद 'हनुमान चालीसा' का पाठ करेंगे। BJP नेता इस आयोजन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। 

हालाँकि उमा भारती के पहले BJP के एक और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राम मंदिर निर्माण में कोई योगदान नहीं है। राज्यसभा सांसद ने यह भी खुलासा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने राम मंदिर निर्माण में अड़ंगा डाला था। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के दिशा में कार्य करने वाले लोगों में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और अशोक सिंघल का नाम लिया है। उन्होंने साफ तौर से इन तीनों नेताओं को राम मंदिर निर्माण का श्रेय दिया है। 

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शनिवार (1 अगस्त) को स्वामी राजधानी दिल्ली के हिंदी न्यूज़ चैनल टीवी 9 उत्तर प्रदेश से बात कर रहे थे। इस दौरान एंकर ने स्वामी से पूछा कि राम मंदिर भूमि पूजन में और किन-किन लोगों को बुलाया जाना चाहिए था, जिन्हें नहीं बुलाया गया है। इसके जवाब में स्वामी ने अपने चित-परिचित अंदाज में कहा, 'राम मंदिर निर्माण में पीएम मोदी का कोई योगदान नहीं है। सारी बहस हमने की है। जहां तक मैं जानता हूं सरकार की तरफ से मोदी ने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिसके बारे में कहा जा सके कि उसकी वजह से निर्णय आया है।'