भोपाल में चयनित शिक्षकों का जोरदार प्रदर्शन, अरुण यादव ने जताई शिक्षक भर्ती में भी गड़बड़ी की आशंका

अरुण यादव ने गड़बड़ी की आशंका जताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती में विज्ञापन से जॉइनिंग तक 2 हज़ार पद गायब हो गए। विज्ञापन 7500 पद का था, मगर जॉइनिंग 5500 को ही क्यों?

Updated: Aug 16, 2023, 01:11 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से चौतरफा घिरी हुई है। भर्तियों में अनिमितता को लेकर अभ्यर्थी महीनों से सड़क पार हैं। अब शिक्षक भर्ती वर्ग 3 के अभ्यर्थियों ने भी शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजधानी भोपाल में डीपीआई के सामने शिक्षक भर्ती वर्ग 3 के अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं।

दरअसल, प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के साढ़े सात हजार पदों पर भर्ती होनी थी। हालांकि, जिलेवार नियुक्तियां सिर्फ 5500 लोगों की ही हुई है। इसी के विरुद्ध चयनित शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। चयनित शिक्षक इस बात से परेशान है कि आखिर सरकार ने 2000 पदों का क्या किया? चयनित शिक्षकों को इसका जवाब देने को कोई तैयार नहीं है। ऐसे में उन्होंने आंदोलन की राह पकड़ ली है।

इससे पहले कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इस भर्ती प्रक्रिया में भी घोटाले की आशंका जताई थी। अरुण यादव ने शिक्षक भर्ती की निर्देशिका ट्वीट कर पूछा कि जब विज्ञापन 7500 पदों का निकाला गया, लेकिन जॉइनिंग केवल 5500 अभ्यर्थियों को ही क्यों दी गई? 

यादव ने ट्वीट किया, 'शिक्षक भर्ती में फ़िर से गड़बड़ी? सरकार ने मई 2, 2023 को 7500 शिक्षक भर्ती वर्ग 3 का विज्ञापन निकला। रिटेन क्लीयर करने के बाद काउंसिलिंग के लिए 6500 से अधिक चयनित शिक्षकों को बुलाया।।यानी विज्ञापन से 1000 कम। फ़िर अगस्त 10, 2023 को निकाले एक आदेश के अनुसार अभी तक जिलेवार नियुक्ति सिर्फ 5500 शिक्षकों की हुई। चयनित शिक्षक इस बात से परेशान है कि आखिर सरकार ने 2000 पदों का क्या किया? चयनित शिक्षकों को इसका जवाब देने को कोई तैयार नहीं है।'

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब शिक्षक भर्ती विवादों में आई है। इससे पहले पिछले साल प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 (MP TET) के एग्जाम के दौरान सोशल मीडिया पर पेपर वायरल हो गए थे, जिस पर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया था। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पीसी शर्मा सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर इस मामले की जांच कराने की मांग की थी। वहीं, अरुण यादव ने भी ट्वीट कर लिखा था कि व्यापम घोटाला जारी है, क्योंकि जब तक शिवराज जी मुख्यमंत्री रहेंगे व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा।