बिहार में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत, विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने खोया आपा

शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर एकमुश्त 17 लोगों की शराब से मौत हुई है। परिजन जहरीली शराब से मौत का दावा कर रहे हैं, जबकि प्रशासन इस बारे में कुछ नहीं बोल रहा है।

Updated: Dec 14, 2022, 08:52 AM IST

छपरा। शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। बिहार के छपरा जिले में बीते 24 घंटे के भीतर 17 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। जहरीली शराब का सेवन करने के बाद इनकी जान जाने की बात कही जा रही है। सभी मृतक मशरक, इसुआपुर और अमनौर के रहने वाले थे। अन्य कुछ लोगों के भी बीमार होने की भी सूचना है।

जानकारी के मुताबिक मशरक और सीमावर्ती इसुआपुर के दोइला गांव में मंगलवार रात आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई। इनमें से सात लोगों ने एक-एक कर दम तोड़ दिया। अमनौर के हुस्सेपुर में भी 4 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा मढौरा के लाला टोला में एक शख्स के मरने की सूचना है। इन सभी की जहरीली शराब के चलते मौत होने की बात कही जा रही है। अब तक कुल 17 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है

जहरीली शराब से 17 लोगों की मौत को लेकर बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा हुआ। BJP ने इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया और सदन के अंदर और बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया। 

गुस्से में सीएम नीतीश ने BJP विधायकों की तरफ इशारा किया और कहा- क्या हो गया, ए, चुप हो जाओ। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार से BJP विधायकों में काफी नाराजगी है। उन्होंने मांग की है कि नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कुछ 15 मिनट के लिए स्थगित हो गई।