सभी धर्मों का एक ही साझा दुश्मन है, हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिपण्णी
सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी कहा कि सभी धर्मों का एक साझा दुश्मन नफरत है। इस नफरत को अपने मन से निकालिए, आपको फर्क दिखेगा।

नई दिल्ली। हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नफरत ही सभी धर्मों का साझा दुश्मन है। इस नफरत को अपने मन से निकालिए, आपको फर्क दिखेगा। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमारी सभ्यता, हमारा ज्ञान सनातन है। हमें इसे कम नहीं आंकना चाहिए।
दरअसल, मुंबई में पिछले दिनों हुई हिंदू जनआक्रोश रैली जैसा कार्यक्रम रोकने की मांग वाली याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान याचिकाकर्ता ने शीर्ष अदालत को बताया कि इसके बाद भी एक कार्यक्रम हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में महाराष्ट्र सरकार को वीडियो सौंपने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।
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सुनवाई के दौरान जस्टिस के एम जोसेफ ने कहा कि हमने दो दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल के मामले में स्टे लगाया है। हर मामला हेट स्पीच नहीं होता है। हमें यह भी तय करना होगा कि कौन से बयान या भाषण हेट स्पीच के दायरे में आते हैं। बता दें कि पिछली सुनवाई में कोर्ट ने हिंदू जन आक्रोश सभा कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराने का महाराष्ट्र सरकार को आदेश दिया था।
याचिकाकर्ता ने संगठन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यक्रम आयोजित करने वाला संगठन नफरत फैलाता है। संगठन ने 29 जनवरी को हुए एक कार्यक्रम में मुसलमानों के खिलाफ भाषण दिया था। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में यह भी कहा था कोई व्यक्ति पुलिस के पास आता है और कहता है कि मैंने टोपी पहन रखी थी और मेरी दाढ़ी खींची गई और मुझे घर्म के नाम गाली दी गई। इसके बाद भी कोई केस दर्ज नहीं होता यह एक गंभीर समस्या है। कोर्ट ने कहा था ऐसे पुलिस वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।