दिहाड़ी पर नहीं जाने पर दबंगों ने पीटा, रिपोर्ट लिखाने गया तो पुलिस ने पीटा, राजगढ़ में दलित युवक की मौत

दलित युवक की मौत के बाद गुरुवार रात साढ़े 8 बजे ग्रामीण और परिजन उसका तलेन थाने पहुंचे और शव रखकर वहीं धरने पर बैठ गए।

Updated: Dec 06, 2024, 11:25 AM IST

राजगढ़। मध्य प्रदेश में दलितों के साथ अत्याचार के मामले नहीं थम रहे हैं। राजगढ़ में एक और दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि दिहाड़ी पर नहीं जाने पर दबंगों ने युवक के साथ मारपीट की थी। इसकी शिकायत करने जब वह थाने पहुंचा तो यहां पुलिस ने भी कथित मारपीट की। इसके बाद युवक की मौत हो गई।

मामला सारंगपुर विधानसभा के तलेन थाना क्षेत्र अंतर्गत बनापुरा गांव का है। यहां 25 वर्षीय दलित युवक राहुल वर्मा की गुरुवार को मौत हो गई। मृतक के छोटे भाई अंकित वर्मा का आरोप है कि 3 दिसंबर को भाई दिहाड़ी पर नहीं गया। इस पर गांव के दो लोगों राकेश पाटीदार और अर्जुन पाटीदार ने उसके साथ मारपीट की। इसके बाद वह शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा तो आरोपी पक्ष के 6 लोग आ गए। उन्होंने रुपए-पैसे देकर पुलिस कर्मियों से पिटवाया। 

परिजनों ने बताया कि इस मारपीट की वजह से गुरुवार को उसके पेट में दर्द हुआ तो उसे अस्पताल ले गए। वहां उसकी मौत हो गई। राहुल वर्मा की मौत के बाद गुरुवार रात 8 बजे ग्रामीण और परिजन उसका शव लेकर तलेन थाने पहुंचे। यहां उन्होंने शव रखकर प्रदर्शन किया और आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की।

परिजनों ने राहुल की मौत के लिए स्पष्ट रूप से तलेन पुलिस और गांव के राकेश पाटीदार और अर्जुन पाटीदार जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही गांव के दबंगों और आरोपी पुलिसवालों की गिरफ्तारी की मांग की है। घटना को लेकर सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह ने कहा कि युवक मंगलवार को शिकायत करने आया था। दूसरे पक्ष के लोग भी आए थे। थाने में दोनों पक्षों में लिखित में समझौता हो गया था।

एसडीओपी सिंह ने मृतक युवक के परिजनों के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। युवक की मौत कैसे हुई यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह तो पोस्टमॉर्टम के बाद साफ हाेगा।

घटना को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राजगढ़ जिले के तलेन में दबंगों और पुलिस की मारपीट से एक दलित युवक की जान चली गई।मोहन सरकार के जंगल राज में दलितों को न्याय मिलना तो दूर उनके साथ अपराध करना और आसान हो गया है। युवक की मौत के बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई की मांग के लिए परिजनों को थाने में शव रखकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।'