UP में हड़ताल कर रहे बिजली कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई, योगी सरकार ने 650 को नौकरी से निकाला

सरकार ने 650 आउटसोर्सिंग संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। साथ ही कर्मचारी उपस्थित नहीं करा पाने पर 7 एजेंसियों पर केस दर्ज किया गया है।

Updated: Mar 18, 2023, 12:42 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हड़ताल पर गए बिजली कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। योगी सरकार ने 650 आउटसोर्सिंग संविदाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनकी सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। उधर, विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे समेत अन्य नेताओं के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वारंट जारी किया है। 20 से ज्यादा कर्मचारी नेताओं को अभी तक हिरासत में लिया गया है।

योगी सरकार ने जिन विद्युत कर्मियों की सेवा समाप्त की है, उनमें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के 242 कर्मी, मध्यांचल वितरण निगम के 110 कर्मी, पश्चिमांचल में 60 और दक्षिणांचल 38 कर्मियों पर कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्युत कर्मियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अराजकता फैलाने वाले बिजली कर्मी सूचीबद्ध होंगे।बिजली फीडर बंद करने वालों पर कार्रवाई होगी।

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बताया जा रहा है कि कर्मचारी उपस्थित नहीं करा पाने के कारण 7 एजेंसियों पर केस दर्ज किया गया है। वहीं काम नहीं करने वालों पर तत्काल FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिन एजेंसियों पर FIR हुई है उन्हें प्रतिबंधित भी किया गया है। अब भविष्य में निगम में ये एजेंसिया काम नहीं कर सकेंगी।

वहीं उर्जा मंत्री एके शर्मा ने आंदोलनरत कर्मियों को धमकाते हुए कहा कि अगर किसी कर्मी ने विद्युत लाइन में फॉल्ट किया तो उसको आकाश-पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे। कोर्ट का सख्त आदेश है कि विद्युत आपूर्ति बाधित न हो। उर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि संगठन के नेताओं के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया है। सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी। बता दें कि बीते गुरुवार से राज्य के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल से कई जिलों में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है।