BJP को मिला नया प्रवक्ता, चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भड़का विपक्ष, वोट चोरी पर मांगा जवाब
कांग्रेस नेता गौरव गोगई ने कहा कि ईसी को जवाब देना चाहिए था कि वोट चोरी क्यों हुई, कैसे एक घर में इतने वोटर आए, राहुल गांधी के हर सवाल के जवाब चुनाव आयोग को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देना चाहिए था लेकिन उन्होंने इनका जवाब नहीं दिया।

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वोट चोरी के दावे और बिहार में हो रहे SIR को लेकर सियासत गर्म है। चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी का नाम लिए बगैर विपक्ष को निशाने पर लिया। अब इसके जवाब में विपक्षी INDIA गठबंधन ने प्रेस कांफ्रेंस करके चुनाव आयोग से सवाल पूछा। साथ बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में उपनेता प्रतिपक्ष गौरव गोगोई ने विपक्षी दलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वोट देने का आम आदमी को संवैधानिक अधिकार है, हमारा लोकतंत्र जिंदा है तो वही आम नागरिक के वोट देने के अधिकार पर निर्भर है। चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, लेकिन जिस प्रकार से कई सवाल राजनीतिक दल चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं उसका उत्तर ईसी नहीं दे पा रहा है और अपने जिम्मेदारी से भाग रहा है।
गौरव गोगोई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की राय एसआईआर के मुद्दे पर आया, चुनाव आयोग ने जितनी बात कोर्ट में रखे वो कोर्ट ने नकारा। ऐसे ही कल चुनाव आयोग की पीसी हुई, चुनाव आयोग को इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी कमजोरी बतानी चाहिए थी, विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए था लेकिन उन्होंने जवाब देने की बजाय राजनीतिक दलों पर आक्रमक किया। गौरव गोगोई ने पूछा कि चुनाव आयोग एसआईआर को लागू करने में इतनी हड़बड़ी क्यों कर रहा है?
गोगोई ने कहा कि ईसी को जवाब देना चाहिए था कि वोट चोरी क्यों हुई, कैसे एक घर में इतने वोटर आए, राहुल गांधी के हर सवाल के जवाब चुनाव आयोग को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देना चाहिए था लेकिन उन्होंने इनका जवाब नहीं दिया। गौरव गोगोई ने कहा कि चुनाव आयोग को लगता है कि बड़ी-बड़ी बाते कर हमें डरा सके, मैं कहूंगा कि अफसर आते जाते रहें लेकिन सदन हमेशा रहेगा, हम सदन से उनको जवाब देंगे।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि कल ईसी ने आरोपों पर एफिडेविट मांगा, मैं याद दिलाना चाहता हूं ऐसी ही 2022 चुनाव में अखिलेश यादव के आरोपों पर ईसी ने एफिडेविट मांगा था, हमने 18 हजार गलत तरीके से काटे गए वोटों के एफिडेविट दे चुके हैं लेकिन अब तक उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे ही मैनपुरी में उपचुनाव में हमने लिखकर दिया कि एक बिरादरी के ही एसडीएम, सीओ को मैनपुरी में पोस्ट किया था। लेकिन उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, सब जानके हैं कि एसडीएम वोटिंग वाले दिन क्या क्या कर सकता है।
रामगोपाल ने कहा कि ईसी का ये कहना कि बिना तथ्यों के शिकायत हो रही है वो बिल्कुल गलत है। रामगोपाल ने कहा कि दिल्ली में बहुत बड़ा घपला हुआ। यूपी में तो अभी से वोट काटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ट्रांसफर की लिस्ट तैयार हो गई है। ये सब सामने है लेकिन चुनाव आयोग इसे इग्नोर कर रहा है। रामगोपाल यादव ने मीडिया को सलाह दी कि विपक्ष की आवाज भी उठाईये, सिर्फ सरकार में रहने वालों को दिखाना सही नहीं है।
वहीं, आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि आपने इस तरह का प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव आयोग के खिलाफ करते कभी नहीं देखा होगा। कल ईसी ने पीसी की उन्होंने हमारे सवालों का जवाब नहीं दिया। ईसी किसी के ईरादे को पब्लिक डोमिन में रखा गया। मनोज झा ने कहा कि कल का ही दिन इसलिए चुना गया क्योंकि कल विपक्ष की वोट अधिकार रैली होनी थी, चुनाव आयुक्त ने पत्रकारों के सवाल का जवाब नहीं दिया।