बुर्का बहस में उतरीं सपा नेता सुमैया राणा कहा, बीजेपी को जींस से भी समस्या है और बुर्का से भी

योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप ने अजान के बाद छेड़ी बुर्का पर बहस, बोले, तीन तलाक के जैसे अब बुर्का को भी कर देना चाहिए बैन, सपा ने खोला मोर्चा

Updated: Mar 25, 2021, 02:12 PM IST

लखनऊ। बीजेपी नेता व योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप द्वारा अजान के बाद बुर्के पर दिए गए विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है। मामले पर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा नेता सुमैया राणा ने बीजेपी को दोमुहा सांप करार देते हुए बुर्के को मुस्लिम महिलाओं का सुरक्षा कवच करार दिया है। राणा ने कहा है की बीजेपी को जींस से भी दिक्कत होती है और बुर्के से भी।

दरअसल, बुधवार को उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि देश में तीन तलाक की तर्ज पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाई जाएगी। उन्होंने बुर्के को अमानवीय व्यवहार व कुप्रथा करार देते हुए कहा कि इसे पहनने के लिए लिए महिलाओं पर किसी तरह का दबाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विकसित सोच वाले लोग न तो बुर्का पहन रहे हैं और न ही इसे बढ़ावा दे रहे हैं।

घूंघट पर भी लगे बैन- सुमैया राणा

बुर्का मामले पर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा ने यह भी पूछा है कि बीजेपी नेता घूंघट को कुप्रथा बताकर बैन की मांग क्यों नहीं कर रहे हैं। सपा नेता व मशहूर शायर मुन्नवर राणा की बेटी सुमैया राणा ने कहा, 'बीजेपी दोमुहा सांप हैं। उन्हें जींस से भी आपत्ति होती है और बुर्के से भी। सिर्फ बुर्का बैन की ही बात क्यों हो रही है। बैन घूंघट पर भी लगाया जाए। मेरा मानना है कि बुर्का मुस्लिम महिलाओं का सुरक्षा कवच है।'

यह भी पढ़ें: अखिल गोगोई का सनसनीखेज आरोप, NIA ने जमानत के बदले RSS ज्वॉइन करने का दिया प्रस्ताव

दो दिन पहले ही बीजेपी मंत्री ने अजान पर छेड़ा था विवाद

गौरतलब है कि शुक्ला ने मंगलवार को ही अजान को लेकर बहस छेड़ दिया था। उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की थी कि अजान पर रोक लगाई जाए। बीजेपी नेता ने तर्क दिया था कि सुबह चार बजे से अजान शुरू हो जाती है और उसके बाद अन्य प्रसारण चलते रहता है जिस वजह से उन्हें पूजा-पाठ, योग, व्यायाम और शासकीय कार्य के निर्वहन में दिक्कत आती है।

शुक्ला का यह लेटर वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी नेता उन्माद भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व मंत्री और सपा नेता नारद राय ने इस मांग को गैरवाजिब बताते हुए कहा, 'अजान से विद्यार्थियों सहित आम लोगों को कोई परेशानी नहीं है। प्रदेश सरकार के मंत्री की मांग राज्य की गंगा-जमुनी तहजीब को खराब करने वाला है। बीजेपी नेता अपने इस बयान से सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं। इस प्रकार से समाज को बांटने के प्रयास को समाजवादी पार्टी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।'