तमिलनाडु के शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री नाश्ता योजना का विस्तार, CM स्टालिन और भगवंत मान ने स्कूली बच्चों के साथ किया नाश्ता
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मिलकर शहरी क्षेत्रों में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए मुख्यमंत्री नाश्ता योजना के विस्तार का शुभारंभ किया।

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार को राज्य के शहरी क्षेत्रों में डीएमके सरकार की प्रमुख पहल 'मुख्यमंत्री नाश्ता योजना' के विस्तार का उद्घाटन किया। स्टालिन ने अपने पंजाब समकक्ष भगवंत मान के साथ चेन्नई में सेंट जोसेफ प्राइमरी स्कूल में बच्चों को भोजन परोसा और इस योजना का शुभारंभ किया। सीएम मान इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
यह विस्तार योजना के कार्यान्वयन के पांचवें चरण का हिस्सा है, जिससे 2,429 स्कूलों के 3.06 लाख और बच्चों को लाभ मिलेगा। आज नए शुभारंभ के साथ राज्य में कुल 20.59 लाख बच्चे मुख्यमंत्री नाश्ता योजना से लाभान्वित होंगे। प्रवक्ता पी. अमुधा ने सोमवार को बताया था कि केंद्रीकृत रसोई में स्वच्छ तरीके से नाश्ता तैयार करने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव अमुधा ने कहा, 'तैयार किए गए व्यंजन जैसे पोंगल, खिचड़ी या उपमा, साथ ही दाल और सांभर जैसे साइड डिश वैन की ओर से संबंधित स्कूलों तक पहुंचाए जाएंगे।'
सीएम स्टालिन ने कहा कि एक बार, जब मैं अशोक नगर स्कूल (चेन्नई) गया था, तो वहां कुछ छात्रों ने बताया कि उन्होंने नाश्ता नहीं किया। इसी को ध्यान में रखते हुए यह नाश्ता योजना शुरू की गई है। इस योजना के कारण, स्कूल आने वाले बच्चे भूखे नहीं रहेंगे। मैं इस योजना की सीधे मॉनिटरिंग कर रहा हूं। स्टालिन ने कहा कि इस योजना के बाद स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है और स्कूल छोड़ने की दर में कमी आई है। अगर 20 लाख छात्र इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं, तो यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वस्थ होंगे तभी वे पढ़ाई कर पाएंगे।
बता दें कि सीएम स्टालिन ने 6 मई, 2022 को विधानसभा में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए मुफ्त नाश्ता योजना लागू करने की घोषणा की थी। इसके बाद 2022 में ही उन्होंने 15 सितंबर को मदुरै में इसके पहले चरण का शुभारंभ किया था। इससे पहले रविवार को स्टालिन ने कहा था कि जस्टिस पार्टी के दिनों से लेकर द्रविड़ मॉडल सरकार तक, हम बच्चों की भूख मिटाने और उन्हें शिक्षा देने के लिए भोजन उपलब्ध कराते हैं। यह केवल भोजन नहीं है, बल्कि विकास का आधार है।