एमपी के राजस्व मंत्री कैसे बने डिफाल्टर नम्बर 1
मध्यप्रदेश के अखबारों में छपी तमाम ख़बरों का जायज़ा हम समवेत की ख़ास पेशकश समाचार सारांश में
अब अलग अलग अखबार पढ़ने से मुक्ति। हम समवेत के 'समाचार सारांश' में सुनिए एमपी के अखबारों में छपी खबरें एक साथ। यहां आपको मिलेगी वो खबरें जो आपके लिए जानना महत्वपूर्ण हैं।
बिजली बिल बकाया होने पर सार्वजनिक हुआ नाम
एमपी के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत डिफाल्टर हैं। उन्होंने 84 हजार का बिजली बिल नहीं भरा है। यह खुलासा बिजली वितरण कंपनी के सागर सिटी डिवीजन ऑफिस द्वारा सार्वजनिक की गई सूची से हुआ है। ये लिस्ट बिल वसूली केंद्र पर चस्पा कर दी गयी है। सूची में सागर शहर के मधुकर शाह वार्ड निवासी राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम सबसे ऊपर है।
क्या मंत्री के कहने पर कमलनाथ को बोलने से रोका?
पंचायत चुनाव पर सर्व सम्मति से संकल्प पारित होने के दौरान कमलनाथ कुछ कहना चाह रहे थे, लेकिन स्पीकर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्हें बोलने का मौका दिया जाएगा। संकल्प पारित होने के बाद जब वे खड़े हुए तो संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा की टिप्पणी के बाद स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। कांग्रेस ने स्पीकर पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
बिना चर्चा पारित हुए 5 विधेयक
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ को बोलने का मौका नहीं देने पर कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद विधानसभा में 21585 करोड़ रुपए के अनुपूरक बजट सहित 5 विधेयक मंजूर हो गए। किसी भी विधेयक पर चर्चा नहीं हुई।




 
                             
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
                                    
                                 
                                     
                                     
                                     
 
 
								 
								 
								 
								 
								 
 
								 
								 
								