JDU में टिकट बंटवारे पर घमासान, सांसद अजय मंडल ने दिया इस्तीफा, धरने पर बैठे विधायक गोपाल मंडल
भागलपुर से जदयू सांसद अजय मंडल ने टिकट बंटवारे से नाराज होकर इस्तीफे की पेशकश की है। वहीं, गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल टिकट कटने की आशंका से मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में भी सभी पार्टियां अपने सियासी खींचतान में उलझी हुईं हैं। सत्ताधारी दल JDU में भी टिकट बंटवारे को लेकर घमासान देखने को मिल रहा है। JDU के सांसद अजय मंडल ने टिकट बंटवारे में अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। वहीं, सीनियर विधायक गोपाल मंडल सीएम हाउस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
दरअसल, राज्य में अभी गठबंधनों में उम्मीदवारों के फाइनल सूची जारी नहीं की गई है। एक ओर नीतीश और चिराग में सीटों को लेकर रार की खबरें आ रही हैं तो दूसरे खेमे महागठबंधन में अभी तक सीटों का फाइनल बंटवारा हीं नहीं हुआ है। लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को एक जोरदार झटका लगा है। भागलपुर से जेडीयू सांसद ने नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा भेजा है और अपनी टिकट बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी जताई है।
अजय मंडल ने अपने इस्तीफे में लिखा है, 'विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में मेरी सलाह नहीं ली गई। इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा देता हूं। 2019 में जिन सीटों पर मैंने कैंडिडेट्स बताए थे, उनकी जीत हुई थी। आज जब पार्टी के कुछ लोग मेरे ही लोकसभा में टिकट बांटने का काम कर रहे हैं और संगठन की अनदेखी कर रहे हैं, तब ये स्थिति दुखद है। मुझे आपसे मिलने तक नहीं दिया जा रहा है, न ही मेरी राय सुनी जा रही है।'
अजय मंडल ने लेटर में आगे लिखा, 'विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी ओर से पूर्ण निष्ठा के साथ पार्टी के प्रत्याशियों के लिए काम किया। लेकिन अब स्थानीय संगठन और जिला नेतृत्व द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है। जिन लोगों ने पार्टी के लिए कोई कार्य नहीं किया, उन्हें टिकट दिया जा रहा है। जो लोग वर्षों से समर्पित रहे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है। टिकट बंटवारे में जिस तरह से पक्षपात और मनमानी हो रहा है, उससे कार्यकर्ताओं में भी असंतोष है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व भविष्य में कमजोर हो जाएंगे। ऐसे में मैं लोकसभा सदस्य पद से त्यागपत्र देने की अनुमति चाहता हूं।'
लेटर के लास्ट में सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि वे उनके अनुरोध पर विचार करें और त्याग पत्र देने की अनुमति प्रदान करें। साथ ही उन्होंने पार्टी नेतृत्व से यह भी कहा है कि जो कार्यकर्ता वफादारी से काम कर रहे हैं, उनके साथ न्याय किया जाए। इस पत्र के सामने आने के बाद भागलपुर की राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि अजय मंडल का यह कदम जद(यू) के भीतर चल रही गुटबाजी और टिकट वितरण की नाराजगी का नतीजा है। हालांकि उन्होंने अभी औपचारिक रूप से लोकसभा से इस्तीफा नहीं दिया है।
उधर, गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल अपने टिकट कटने के अंदेशा से मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। गोपाल मंडल ने कहा कि सीएम हाउस में बैठे कुछ लोग उनका टिकट काटने की साजिश कर रहे। इसलिए वह मुख्यमंत्री आवास के समीप धरने पर बैठ गए। धरना पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि यहां से वह टिकट लेकर ही जाएंगे। आप चाहे तो लाठी चलाइए वह बिना टिकट लिए धरना से हटने वाले नहीं। जदयू विघायक ने कहा कि नीतीश कुमार से उनकी कोई नाराजगी नहीं। पार्टी के कुछ बड़े नेता से वह नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेंगे।