रायपुर अधिवेशन के लिए जा रहे कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को प्लेन से उतारा, IGI एयरपोर्ट पर असम पुलिस ने किया गिरफ्तार

जयराम रमेश ने कहा कि पहले ED ने रायपुर में छापामारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है।

Updated: Feb 23, 2023, 09:46 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अधिवेशन में शामिल होने रायपुर जा रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस ने फ्लाइट से उतार दिया। खेड़ा रायपुर में शुक्रवार से शुरू हो रहे कांग्रेस के अधिवेशन में हिस्सा लेने जा रहे थे। इस कार्रवाई के विरोध में फ्लाइट में मौजूद दूसरे कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और विमान से उतर गए। कांग्रेस के सभी नेता एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में असम पुलिस खेड़ा को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन को रोकने की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि पवन खेड़ा के विरुद्ध देर रात असम में केस दर्ज किया गया है। असम पुलिस के कहने पर ही दिल्ली पुलिस ने उन्हें प्लेन से जबरन उतारा था। इधर कांग्रेस नेता प्लेन के पास ही धरने पर बैठे हुए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जबतक पवन खेड़ा को बैठाया नहीं जाएगा हम यह प्लेन नहीं उड़ने देंगे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, तारिक अनवर, सुप्रिया श्रीनेत, शकील अहमद समेत अन्य नेता वहां मौजूद हैं।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि पहले ED ने रायपुर में छापामारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है। मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाअधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'पवन खेड़ा पर ये कार्रवाई किस धारा के तहत कार्रवाई की है। वे आम नागरिक की तरह क्यों उड़ान नहीं भर सकते। भाजपा हमारे अधिवेशन से बौखला गई है। पहले ईडी भेजते हैं और अब यह। अगर कुछ गलत किया है तो लुकाछिपी क्यों कर रहे हैं, कार्रवाई कीजिए। वजह सिर्फ यह है कि तानाशाह बौखलाया हुआ है। जब तक पवन खेड़ा नहीं आते, हम फ्लाइट को उड़ान नहीं भरने देंगे।'

दरअसल, 20 फरवरी को पवन खेड़ा दिल्ली में पत्रकारों से बात कर रहे थे। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा था, 'जब अटल बिहारी बाजपेयी JPC बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।' अपने बयान में उन्होंने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था। इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास। इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था। बताया जा रहा है कि गलत नाम लेने को लेकर ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।