BJP से मुकाबला करने वाले गठबंधन के केंद्र में कांग्रेस का होना जरूरी: कपिल सिब्बल ने विपक्ष को दी नसीहत

विपक्षी दलों को एक मजबूत गठबंधन बनाने के लिए संवेदनशील होने की जरूरत है। साथ ही एक-दूसरे की विचारधाराओं की आलोचना करने में भी सावधानी बरतनी चाहिए: कपिल सिब्बल

Updated: Apr 09, 2023, 07:38 PM IST

नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। सिब्बल ने विपक्षी दलों को नसीहत देते हुए कहा कि 2024 में बीजेपी से मुकाबला करने वाले गठबंधन के केंद्र में कांग्रेस का रहना जरूरी है। साथ ही विपक्षी दलों को एक मजबूत गठबंधन बनाने के लिए संवेदनशील होने की जरूरत है। उन्होंने विपक्षी दलों को एक-दूसरे की विचारधाराओं की आलोचना करने में भी सावधानी बरतने की नसीहत दी।

कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार का विरोध करने वाली सभी पार्टियों से अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए एक प्लेटफॉर्म तलाशने की अनुरोध किया। सिब्बल ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म 'इंसाफ के सिपाही' वेबसाइट भी हो सकती है, जिसे सिब्बल ने केंद्र सरकार के अन्याय से लड़ने के लिए यह प्लेटफॉर्म शुरू किया गया है।

इस दौरान कपिल सिब्बल ने गौतम अडानी को लेकर NCP चीफ शरद पवार के दिए बयान पर भी बात की। सिब्बल ने कहा कि अगर आप मुद्दों को कम करते हैं, तो राजनीतिक पार्टियों के बीच आपके मतभेद होंगे। अगर राहुल गांधी का भारत में क्रोनी कैपिटलिज्म के बारे में कोई नजरिया है तो मुझे लगता है कि शरद पवार भी क्रोनी कैपिटलिज्म से जुड़े मंच के खिलाफ नहीं होंगे। हमें एक ऐसे प्लेटफॉर्म की जरूरत है, जो विपक्ष को एकजुट करने में सहयोग करे।

कपिल सिब्बल ने 2004 का उदाहरण देते हुए कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार विपक्ष का पीएम फेस तय न होने के बावजूद लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता से बाहर हो गई थी। सिब्बल ने कहा कि अलग-अलग पार्टियों को अलग-अलग विचार रखने की अनुमति देनी चाहिए। उसी तरह राहुल गांधी को किसी एक व्यक्ति के बारे में अपने विचार रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। शरद पवार को भी अपना नजरिया शेयर करने का अधिकार है। इसे डिसयूनिटी के उदाहरण के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।