पोस्टल बैलेट छेड़छाड़ मामले में केंद्रीय चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, पीएम मोदी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग

हमने चुनाव आयोग से कहा है कि ये बातें बेहद आपत्तिजनक हैं, आचार संहिता के विरुद्ध हैं। कानून की जमीन सबके लिए बराबर होनी चाहिए: अभिषेक मनु सिंघवी

Updated: Nov 28, 2023, 06:45 PM IST

नई दिल्ली। देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है। वहीं, गुरुवार को तेलंगाना में भी वोटिंग है। राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं खासकर पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह द्वारा अमर्यादित टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को चुनाव आयोग से शिकायत की। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने मध्य प्रदेश के बालाघाट में पोस्टल बैलेट के साथ हुई छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया और निर्वाचन आयोग से उचित कार्रवाई की मांग की।

केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत करने पहुंची कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे अभिषेक मनु सिंघवी ने जानकारी देते हुए कहा, 'हमने तीन मुख्य मुद्दों पर चुनाव आयोग से बातचीत की है। पहला मुद्दा- PM मोदी और अमित शाह द्वारा गंभीर और अमर्यादित बयानों के द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन के विषय में है।' सिंघवी ने कहा कि हमने 24 नवंबर को भी इस संबंध में शिकायत की थी। हमने चुनाव आयोग से पीएम मोदी द्वारा "मूर्खों के सरदार" वाले बयान पर कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही गृहमंत्री शाह द्वारा कांग्रेस और गांधी परिवार को "राहु-केतु" कहने और राहुल गांधी के ओरिजिन (मूल) पर सवाल उठाने को लेकर शिकायत की है।

सिंघवी ने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह के ये बयान आचार संहिता का घोर उल्लंघन है। इससे कम बोलने पर चुनाव आयोग एक्शन लेता रहा है। देश में कानून का प्रभाव सबके लिए बराबर है, चाहे कोई कितना बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। हमें आश्चर्य है कि पहले शिकायत करने के बावजूद चुनाव आयोग द्वारा हमें बुलाया भी नहीं गया। चुनाव अंतिम चरण में है और हम चाहते हैं कि पोलिंग से पहले चुनाव आयोग स्पष्ट निर्णय दे। चुनाव आयोग को ये नहीं दर्शाना चाहिए की दोनों महानुभाव बड़े पदों पर बैठे हैं इसलिए एक्शन नहीं लिया जा सकता है। कानून की जमीन सबके लिए बराबर होनी चाहिए। 

सिंघवी ने आगे कहा, 'दूसरा मुद्दा- तेलंगाना के चुनावों को लेकर है, जिसमें BRS द्वारा लगातार अलग-अलग तरीकों से आचार संहिता का उल्लंघन किया जा सकता है। हमने साइलेंस पीरियड में बीआरएस द्वारा प्रचार करने की शिकायत की है। हमने मध्य प्रदेश का उदाहरण भी दिया है जहां साइलेंस पीरियड के वक्त सीएम शिवराज ने कैंपेन की थी। एक जगह उन्होंने जनता से वार्तालाप के नाम से कैंपेन की। इसी तरह तेलंगाना में पिंक टीशर्ट और साड़ी पहनकर लोग जा सकते हैं जो बीआरएस का फ्लैग है। हमने चुनाव आयोग से स्पष्ट विनती की है की आचार संहिता का उल्लंघन जो परोक्ष रूप से करते हैं, इन्हें भी दोषी ठहराया जाना चाहिए।

सिंघवी ने आगे कहा कि तीसरा मुद्दा- मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में पोस्टल बैलेट के साथ छेड़छाड़ के बारे में है। बालाघाट जिले का वीडियो भी हमने चुनाव आयोग को दिया है जिसमें देखा जा सकता है कि पोस्टल बैलेट के रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं। स्पष्ट रूप से मत पत्रों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। चुनाव आयोग को इस मामले में भी तत्काल और सख्त कदम उठाना चाहिए। हम आशा करते हैं कि चुनाव आयोग इन शिकायतों पर कार्रवाई करेगा।