G-20 समिट के डिक्लेरेशन पर बनी सहमति, भारत की पहल पर अफ्रीकन यूनियन G20 का हिस्सा बना
G-20 शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन भारत ने बड़ी उपलब्धी हासिल की है। G-20 के सभी देशों ने नई दिल्ली डिक्लेरेशन पर सहमति दी है।

नई दिल्ली। भारत को G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन ही बड़ी कामयाबी मिली है। भारत ने G 20 के पहले सत्र में नई दिल्ली संयुक्त घोषणापत्र पेश किया था। इस डिक्लेरेशन पर सभी देशों ने सहमति व्यक्त की है। इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य में दी है। इस घोषणा पत्र में सभी जियोपॉलिटिकल और विकास के मुद्दों पर सर्वसम्मति बनी है।
समिट के पहले सेशन में अफ्रीकन यूनियन को G20 का स्थायी सदस्य बनाने का प्रस्ताव भी भारत ने रखा। जिसपर सभी देशों की सहमती बन गई और अफ्रीकन यूनियन को उसी क्षण G20 में शामिल कर लिया गया। बतौर अध्यक्ष PM मोदी ने इस प्रस्ताव को सभी देशों की सहमति से पारित किया। इसके बाद अफ्रीकन यूनियन के हेड अजाली असोमानी इतने खुश हुए की अपनी सीट से उठकर PM मोदी के गले लग गए।
प्रधानमंत्री ने इसके बाद अपने भाषण की शुरुआत की। PM ने सबसे पहले मोरक्को भूकंप में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि दुख की घड़ी में हम मोरक्को के लोगों के साथ हैं और उनकी हरसंभव मदद करेंगे। इसके बाद मोदी ने कहा कि "हमारी टीम के कठीन परिश्रम से और आप सभी के सहयोग से नई दिल्ली जी-20 लीडर्स घोषणा पत्र पर आम सहमति बनी है।”
नई दिल्ली घोषणा पत्र में शामिल विषयों की जानकारी देते हुए जी20 के भारतीय शेरपा अमिताभ कांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स(ट्विटर) पर पोस्ट किया। जिसमें निम्न विषय की जानकारी दी गई है...
The #NewDelhiLeadersDeclaration focuses on -
— Amitabh Kant (@amitabhk87) September 9, 2023
Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth
Accelerating Progress on #SDGs
Green Development Pact for a Sustainable Future
Multilateral Institutions for the 21st Century
Reinvigorating Multilateralism#G20India
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*मजबूत, दीर्घकालीक, संतुलित और समावेशी विकास
*सतत विकास लक्ष्यों पर आगे बढ़ने में तेज़ी
*दीर्घकालीक भविष्य के लिए हरित विकास समझौता
*21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थाएं
*बहुपक्षवाद को पुर्नजीवित करना
बता दें कि G20 20 देशों का समूह है जो आर्थिक मुद्दों के साथ साथ बाकी मुद्दों पर भी फोकस करता है। G20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।
G20 में 7 विकसित और 12 विकासशील देश और यूरोपीयन यूनियन (यूरोप के 27 देश) शामिल हैं। G20 में अर्थव्यवस्था के आधार पर दुनिया की 10 बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। दुनिया की कुल जीडीपी में जी20 देशों का 80% योगदान है। दुनिया में होने वाला 75% कारोबार जी20 देशों के बीच ही होता है।