कोरोना : पीतांबरा माई की शरण में MP सरकार

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और श्री पीतांबरा पीठ ट्रस्ट द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया।

Publish: May 08, 2020, 01:39 AM IST

मध्य प्रदेश के दतिया में स्थित बगुलामुखी मां पीतांबरा पीठ में पिछले दस दिनों से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विशेष यज्ञ अनुष्ठान किया गया। प्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और श्री पीतांबरा पीठ ट्रस्ट द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए इस विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस विशेष अनुष्ठान की पूर्णाहुति में मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी पहुँचे। उन्होंंने इस दौरान अपने परिवार सहित यज्ञ में अहुतियां दी। ऐसी मान्यता है कि माँ पीतांबरा के मंदिर में विशेष अनुष्ठान करवाने से महामारी के संकट से राहत मिलती है। जहां देश को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे है। तो वही प्रदेश के गृहमंत्री द्वारा करवाए गए इस विशेष अनुष्ठान से धार्मिक मान्यता रखने वाले लोगों को आशा बढ़ी है।

नेहरू ने भी करवाया था अनुष्ठान

माँ पीताम्बरा पीठ के साथ कई ऐतिहासिक महत्व जुडे़ हुए है। सन् 1962 में जब चीन द्वारा भारत पर हमला कर दिया गया था, उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी थे। इस हमले के सम भारत की सहायता के लिए रूस तथा मिस्र ने भी अपना साथ देने से मना कर दिया था, तब किसी विद्वान योगी ने प्रधानमंत्री जी को, स्वामी जी महाराज से मिलने की सलाह दी। उस समय प्रधानमंत्री दतिया आये और स्वामी जी से मिले।

स्वामी जी ने उन्हें राष्ट्रहित के लिए एक 51 कुण्डीय महायज्ञ करने की सलाह दी। तब प्रधामंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उनकी बात मानकर यज्ञ करवाया। यज्ञ को कई पंडितों ने तांत्रिकों के द्वारा आरंभ करवाया गया और प्रधानमंत्री को यजमान बनाया गया। यज्ञ समाप्त होने ही वाला था कि उससे पहले संयुक्त राष्ट्र का संदेश मिला कि चीन के द्वारा आक्रमण रोक दिया गया है। इस यज्ञ के सम्पन्न होने में कुल 11 दिन का समय लगा। जिस जगह पर यज्ञ हुआ वहां आज भी यज्ञशाला निर्मित है। 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भी यहां यज्ञ किया गया। देश के कई बड़े राजनेता इस पीठ पर अपनी मान्यताओं के लिए विशेष पूजा करने आते हैं।