टीका भी होगा बेअसर, हर तीन में से एक की जान ले सकता है नया स्ट्रेन, एक्सपर्ट्स की चेतावनी

WHO ने कहा है कि कोरोना का डेल्टा स्ट्रेन दुनियाभर के लिए चेतावनी है, इससे पहले की यह वैरिएंट बदतर स्थिति में पहुंचे इसे कोविड-19 वायरस को दबा दें

Updated: Jul 31, 2021, 08:40 AM IST

Photo Courtesy: Reuters
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश अभी उबरा भी नहीं कि तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में डेल्टा वेरिएंट के 41,649 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 539 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच एक्सपर्ट्स ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस का आने वाला स्ट्रेन हर तीन में से 1 व्यक्ति की जान ले सकता है। इतना ही नहीं विशेषज्ञों के मुताबिक यह स्ट्रेन पर कोरोनरोधी टीका भी बेअसर साबित हो सकता है।

ब्रिटिश सरकार के साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फ़ॉर इमरजेंसीज (SAGE) के शीर्ष वैज्ञानिकों द्वारा जारी किए गए डॉक्युमेंट्स में आगाह किया गया है कि नया स्ट्रेन MERS जितना घातक साबित हो सकता है जिसमें मृत्यु दर 35 फीसदी तक होती है। वैज्ञानिकों ने इससे बचने के लिए सर्दियों में बूस्टर डोज देने का सुझाव दिया है ताकि आने वाले खतरनाक म्युटेटेड वैरिएंट्स से बचा जा सके।

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उधर अमेरिकी स्वास्थ्य प्राधिकार के एक इंटरनल डॉक्युमेंट्स के हवाले से द वॉशिंगटन पोस्ट ने बताया है की सबसे पहले भारत में मिले खतरनाक डेल्टा स्ट्रेन चेचक की तरह आसानी से फैल सकता है। साथ ही अन्य वैरिएंट्स के मुकाबले गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन की सभी डोज ले चुके लोग भी बिना वैक्सीन लिए लोगों के जैसे ही इस वैरिएंट को फैला सकते हैं। चूंकि, डेल्टा स्ट्रेन टीका ले चुके लोगों के नाक और गले में वैसे ही रहता है जैसे बिना टीका लिए लोगों के भीतर।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि डेल्टा स्ट्रेन अबतक दुनिया के 132 देशों में सामने आ चुका है, जो कि दुनियाभर के लिए एक चेतावनी है। डब्ल्यूएचओ के माइकल रयान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "डेल्टा वैरिएंट एक चेतावनी है कि वायरस विकसित हो रहा है, लेकिन यह भी एक कॉल टू एक्शन है जिसे हमें और अधिक खतरनाक वैरिएंट्स के सामने आने से पहले ही सचेत होने और उसे दबाने के लिए आगे बढ़ने की जरूरत है।'