उत्तराखंड सीएम बोले- कुंभ से नहीं फैलेगा कोरोना, 102 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान उड़ रही है कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां, न थर्मल स्क्रीनिंग न चेहरे पर मास्क, सीएम बोले- निजामुद्दीन मरकज से तुलना करना गलत

Updated: Apr 13, 2021, 11:24 AM IST

Photo Courtesy: PTI
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हरिद्वार। देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के भयावह आंकड़े सामने आ रहे हैं। इस जानलेवा बीमारी ने चारों ओर दहशत फैला रखा है। देशभर के कई इलाकों में लॉकडाउन और कर्फ्यू लागू है। कई राज्यों से इस तरह की खबरें आ रही है कि शमशान में शवों को जलाने तक के लिए जगह कम पड़ गए हैं। लेकिन, हरिद्वार में बेखौफ तरीके से कुंभ मेले में भीड़ लग रही है लेकिन सरकार का दावा है कि इससे कोरोना नहीं फैलेगा। इसी बीच अब खबर आई है कि कुंभ में 102 श्रद्धालुओं की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

कुंभ मेला पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया है कि कल यानी सोमवार को हुए दूसरे शाही स्‍नान के दौरान 31 लाख से ज्‍यादा भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के मुताबिक, इस दौरान रविवार रात साढ़े 11 बजे से सोमवार शाम पांच बजे तक 18 हजार 169 श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्‍ट किया गया, जिसमें से 102 पॉजिटिव पाए गए हैं। चिंता की बात यह है कि 31 लाख में से महज 18 हजार लोगों की जांच हुई और इतनी बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमित पाए गए।

अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक कुंभ मेले में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां न तो सख्ती से लोगों की RT-PCR जांच की जा रही है और न ही मास्क पहनने को लेकर किसी प्रकार की सतर्कता बरती जा रही है। मेला प्रशासन ने शुरुआत में दावा किया था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के जरिए बिना मास्क के आने वाले लोगों को रोका जाएगा। लेकिन ग्राउंड पर ये दावे हवा-हवाई साबित हुए।

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इंडियन एक्सप्रेस ने कुछ श्रद्धालुओं के हवाले से बताया है कि न तो उनकी कोरोना रिपोर्ट चेक की गई और न ही कहीं थर्मल स्क्रीनिंग हुई। इस बारे में कुंभ मेला आईजी संजय गुंजयाल का कहना है कि मास्क को लेकर चालान और थर्मल स्क्रीनिंग इसलिए रोकी गई है कि कहीं भी एक जगह पर ज्यादा भीड़ न हो पाए। देशभर में कोरोना के कोहराम के बावजूद भी हरिद्वार मेले में उपयुक्त कदम नहीं उठाए जाने को लेकर उत्तराखंड सीएम की चौतरफा आलोचनाएं हो रहीं हैं। सोशल मीडिया पर लोग कुंभ मेले की तुलना निजामुद्दीन मरकज से कर रहे हैं।

मरकज से कुंभ की तुलना किए जाने को लेकर उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने नाराजगी जाहिर की है। रावत ने कहा कि, 'कुंभ की तुलना मरकज से नहीं की जा सकती है। मरकज एक हॉल के अंदर था। उसी हॉल में लोग सोते भी थे। लेकिन कुंभ में 16 घाट हैं। केवल हरिद्वार ही नहीं कुंभ ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ तक फैला हुआ है।' उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने भी दावा किया है कि कुंभ सुपर स्प्रेडर नहीं है। उन्होंने तर्क दिया है कि, 'कुंभ खुले जगह पर हो रहा है, गंगा का पानी लगातार बह रहा है, 90 फीसदी श्रद्धालु भी आकर चले जा रहे हैं, ऐसे में डेटा बताते हैं कि यहां कोरोना नहीं फैलेगा।'