हिमाचल प्रदेश: सुक्खू कैबिनेट का हुआ विस्तार, वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी बने मंत्री

हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कांग्रेस के सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इसी के साथ एक महीने के इंतजार के बाद हिमाचल कैबिनेट का विस्तार हो गया।

Updated: Jan 08, 2023, 07:31 AM IST

शिमला। एक महीने के इंतजार के बाद आखिरकार हिमाचल में मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। रविवार को राज्यपाल ने कांग्रेस के 7 विधायकों को मंत्रीपद की शपथ दिलाई। शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह को भी मंत्री बनाया गया है। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य पहली बार मंत्री बने हैं। शपथग्रहण समारोह के दौरान जैसे ही राजभवन में मंत्री पद के लिए उनका नाम घोषित हुआ तो जमकर तालियां बजी।

सोलन से विधायक कर्नल धनीराम शांडिल को सबसे पहले मंत्रीपद की शपथ दिलाई गई। इसके बाद विधायक चंद्र कुमार, हर्षवर्धन, जगत सिंह नेगी, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। बताया जा रहा है कि जल्द ही इनके विभागों का बंटवारा भी कर दिया जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 6 विधायकों को संसदीय सचिव की शपथ दिलाई।

यह भी पढ़ें: प्रज्ञा ठाकुर सांसद बने रहने के लायक नहीं, 100 से अधिक पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र

बता दें कि इससे पहले 11 दिसंबर को सिर्फ मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ही शपथ ली थी। सात मंत्रियों को शामिल करने से मंत्रियों की कुल संख्या अब नौ हो गई है। विधानसभा उपाध्यक्ष के पद के अलावा, तीन पद अब भी खाली हैं। राज्य मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की अधिकतम संख्या 12 से अधिक नहीं हो सकती।

विक्रमादित्य सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद प्रतिभा सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर है।
विक्रमादित्य सिंह के पिता वीरभद्र सिंह छह बार के मुख्यमंत्री रहे हैं। वहीं, विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह मंडी से मौजूदा सांसद हैं। इसके अलावा प्रतिभा सिंह प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी हैं। विक्रमादित्य सिंह 2013-18 तक हिमाचल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे। विक्रमादित्य सिंह ने साल 2017 में अपना पहला चुनाव लड़ा और जीता था। वह दूसरी बार 2022 में विधानसभा पहुंचे हैं।