रविशंकर प्रसाद ने फ़ेसबुक पर लगाया विशेष विचारधारा समर्थक होने का आरोप

Facebook Row: आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का आरोप, फेसबुक इंडिया के अधिकारी पीएम मोदी सहित दूसरे नेताओं को खुलेतौर पर देते हैं गाली

Updated: Sep 03, 2020, 12:20 AM IST

नई दिल्ली। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि फेसबुक के अधिकारी एक विशेष विचारधारा के समर्थक हैं। और वे हमेशा अपने मंच पर राष्ट्रवादी आवाज़ों को दबाने का काम करते हैं। प्रसाद ने फेसबुक पर यह आरोप मार्क जुकरबर्ग को लिखे अपने पत्र में लगाया है।

केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान फेसबुक इंडिया ने दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक पेजों को डिलीट कर दिया। तो वहीं ज्यादातर पेजों की रीच (पहुंच) कम कर दी गई। प्रसाद ने फेसबुक पर किसी एक विचारधारा का समर्थक बताया, जो राष्ट्रवादी आवाज़ों को दबाने का काम करते है। 

फेसबुक वाले मोदी को गाली देते हैं 

रविशंकर प्रसाद ने जुकरबर्ग पर आरोप लगाया है कि फेसबुक इंडिया के अधिकारी खुले तौर पर भारतीय राजनेताओं को गाली देते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी नाम शामिल है। प्रसाद ने कहा कि फेसबुक के नाक के नीचे ही एक खास वर्ग ने उसके ही मंच पर लोगों को देश की चुनी हुई सरकार (बीजेपी) के खिलाफ गैर तथ्यात्मक और भड़काऊ बातें लिखीं और कॉन्टेंट प्रोमोट किया लेकिन फेसबुक ने कोई कार्रवाई नहीं की।  जो कि यह साबित करता है कि आखिर फेसबुक राष्ट्रवादी विचार के लोगों को निशाना बना रहा है।

सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद

 Ravishankar Prasad

इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने जुकरबर्ग से कहा कि उनकी कंपनी को कोशिश करनी चाहिए कि वो निष्पक्ष रहे। प्रसाद ने कहा कि कोरोना काल में भी फेसबुक ने कई भ्रामक जानकारियों को आगे बढ़ाया। जिसके पीछे एक मात्र उद्देश्य सरकार की छवि को खराब करना था। प्रसाद ने कहा कि इन्हीं बहुतेरे कारणों से फेसबुक का पक्षपातपूर्ण रवैया उभर के सामने आ जाता है। 

इतना बवाल क्यों मचा है ? 

दरअसल पूरा बवाल अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी हालिया रिपोर्ट को लेकर मचा पड़ा है। जर्नल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा चुनावों के दौरान फेसबुक इंडिया के अधिकारियों ने बीजेपी को फायदा पहुंचाया। जिसके बाद कांग्रेस चौतरफा बीजेपी को घेर रही है। राहुल गांधी इसे बीजेपी का लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं। कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी की साजिश अब बेनकाब हो गई है। जिसके बाद रविशंकर प्रसाद ने जुकरबर्ग को पत्र लिखा है।