महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर, एक घंटे में नेता प्रतिपक्ष से डिप्टी सीएम बने अजीत पवार

महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफे की पेशकश करने वाले अजित पवार ने शिंदे सरकार को समर्थन देकर डिप्टी सीएम के पद की शपथ ले ली है।

Updated: Jul 02, 2023, 03:31 PM IST

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। एनसीपी नेता अजित पवार एक घंटे के भीतर नेता विपक्ष से डिप्टी सीएम बन गए। रविवार का सियासी घटनाक्रम इतनी तेजी से बदलता गया कि किसी को किसी को इसकी पहले भनक तक नहीं लगी। अजीत पवार ने रविवार को अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक करने के बाद सीधे राजभवन पहुंचे और फिर डिप्टी सीएम की शपथ ली।

अजित पवार 8 विधायकों छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ के साथ दोपहर करीब 2 बजे राजभवन पहुंचे थे। 3 बजते-बजे इन सभी को मंत्री पद की शपथ दिला दी गई। NCP के अजित पवार ने दोपहर ढाई बजे शिवसेना के एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस दौरान राजभवन में शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडवणीस भी मौजूद थे।

खास बात ये है कि अजित पवार ने रविवार को मुंबई में अपने आवास पर जो बैठक बुलाई थी उसमें पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं। अजित पवार के राजभवन पहुंचने के दौरान NCP चीफ शरद पवार पुणे में थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें विधायकों की मीटिंग की जानकारी नहीं थी। बाद में जब उन्हें इसका पता लगा तो उन्होंने कहा कि अजित पवार विपक्ष के नेता हैं तो विधायकों की बैठक बुलाने का उन्हें अधिकार है।

महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं। माना जा रहा है कि उनमें से 30 अजित पवार के साथ हैं। ऐसे में अजित पवार के गुट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना के गुट को समर्थन दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक जिन आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली उनमें कॉमन बात ये है सबके विरुद्ध पास गंभीर मामले दर्ज हैं। ईडी समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों इनकी जांच कर रही है।