EVM को लेकर शरद पवार के घर विपक्षी दलों की अहम बैठक, दिग्विजय सिंह बोले- शंका दूर करे चुनाव आयोग

शरद पवार के घर आयोजित इस बैठक में 14 विपक्षी दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए, बैठक के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा- ईवीएम स्टैंडअलोन मशीन नहीं है क्योंकि उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिन्ह इंटरनेट के माध्यम से डाला जाता है।

Updated: Mar 24, 2023, 09:15 AM IST

नई दिल्ली। देश में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर बहस तेज हो गई है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने गुरुवार शाम विपक्षी नेताओं की एक अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 14 विपक्षी दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए और सभी ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए। बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि दुनिया के किसी भी मशीन के साथ छेड़ छाड़ की जा सकती है।

दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग को लेकर विपक्षी दलों के बीच आम राय बनाने के लिए शरद पवार के घर यह बैठक बुलाई गई थी। गुरुवार शाम 6 बजे कुल 14 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह इस बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा कपिल सिब्बल और सपा नेता रामगोपाल यादव भी इस बैठक में मौजूद थे।

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बैठक के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, 'रिमोट EVM को लेकर चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। उस समय लगभग सभी ने रिमोट EVM के माध्यम से चुनाव कराने पर असहमति जताई थी। वे डेमो देना चाहते थे, लेकिन वह भी ठुकरा दिया गया। EVM को लेकर देश में शंका है। दुनिया के किसी भी मशीन के साथ छेड़छाड़ हो सकती है।'

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, "पहले वे कहते थे कि यह एक स्टैंडअलोन मशीन है लेकिन अब वे स्वीकार करते हैं कि यह एक स्टैंडअलोन मशीन नहीं है क्योंकि उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिन्ह इंटरनेट के माध्यम से डाला जाता है। वे कहते थे कि इसमें एक बार प्रोग्राम करने योग्य चिप है। लेकिन अब वे स्वीकार करते हैं कि इसमें कई प्रोग्रामेबल चिप हैं। यहां मौजूद सभी राजनीतिक दल इस बात से सहमत हैं कि हमें चुनाव आयोग से यह पूछने की जरूरत है और हमारे मन से संदेह दूर किया जाना चाहिए।"

इस दौरान राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि, "जब भी EVM में खराबी आती है वोट BJP को जाता है। ये शंका सिर्फ राजनैतिक दलों को नहीं है, बल्की ये जनता में फैल चुका है। इसलिए हमने फैसला किया है कि हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे और हमारे सवालों के लिखित में जवाब मांगेंगे। कोई साइंस या कोई एक्सपर्ट यह नहीं कह सकता कि मशीन के साथ छेड़छाड़ नहीं होती और इसीलिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में वोटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का इस्तेमाल नहीं होता।'

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इस दौरान एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के हित में, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के सटीक होने की आवश्यकता है और उसके दुरुपयोग से संबंधित किसी भी संदेह को मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा दूर किया जाना चाहिए। इससे पहले पवार ने विपक्षी नेताओं को संबोधित पत्र में लिखा था कि, "विशेषज्ञों ने कहा है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। हम लोकतंत्र को अनैतिक तत्वों द्वारा बंधक बनाने नहीं दे सकते। इसलिए, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में, हमें एकसाथ बैठना चाहिए और प्रख्यात आईटी पेशेवरों द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को सुनना चाहिए।"