समर शेष है, जनगंगा को खुल कर लहराने दो, गुजरात हाईकोर्ट के फैसले पर प्रियंका गांधी की तीखी प्रतिक्रिया

अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है, जनता के हितों से जुड़े सवालों से भटकाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद, छल, कपट: सब अपना रही है: प्रियंका गांधी

Updated: Jul 07, 2023, 05:00 PM IST

नई दिल्ली। मोदी सरनेम केस में गुजरात उच्‍च न्‍यायालय द्वारा राहुल गांधी को राहत देने से इनकार के बाद कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह अदालत के फैसले का सम्‍मान करती है और अब सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी। वहीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर एक लंबा पोस्ट लिखा जिसकी शुरुआत समर शेष है जनगंगा को खुल कर लहराने दो… से होती है। अपने ट्वीट के अंत में उन्होंने लिखा कि सत्य की जीत होगी। जनता की आवाज जीतेगी।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट कि शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर के एक कविता से की है। उन्होंने लिखा -
"समर शेष है, जनगंगा को खुल कर लहराने दो
शिखरों को डूबने और मुकुटों को बह जाने दो
पथरीली ऊँची जमीन है? तो उसको तोड़ेंगे
समतल पीटे बिना समर की भूमि नहीं छोड़ेंगे
समर शेष है, चलो ज्योतियों के बरसाते तीर
खण्ड-खण्ड हो गिरे विषमता की काली जंजीर"

प्रियंका गांधी आगे लिखती हैं, "राहुल गांधी जी इस अहंकारी सत्ता के सामने सत्य और जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। अहंकारी सत्ता चाहती है कि जनता के हितों के सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि देश के लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने वाले सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि उनसे महंगाई पर सवाल न पूछे जाएं, युवाओं के रोजगार पर कोई बात न हो, किसानों की भलाई की आवाज न उठे, महिलाओं के हक की बात न हो, श्रमिकों के सम्मान के सवाल को न उठाया जाए।"

प्रियंका गांधी आगे लिखती हैं, "अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है, जनता के हितों से जुड़े सवालों से भटकाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद, छल, कपट: सब अपना रही है। लेकिन, सत्य, सत्याग्रह, जनता की ताकत के सामने न तो सत्ता का अहंकार ज्यादा दिन टिकेगा और न ही सच्चाई पर झूठ का परदा।"

यह भी पढ़ें: लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ हबीबगंज थाने में FIR, सीधी पेशाब कांड पर किया था ट्वीट

प्रियंका ने आखिर में लिखा है कि, "राहुल गांधी जी ने इस अहंकारी सत्ता के सामने जनता के हितों से जुड़े सवालों की ज्योति जलाकर रखी है। इसके लिए वे हर कीमत चुकाने को तैयार हैं और तमाम हमलों व अहंकारी भाजपा सरकार के हथकंडों के बावजूद एक सच्चे देशप्रेमी की तरह जनता से जुड़े सवालों को उठाने से पीछे नहीं हटे हैं। जनता का दर्द बांटने के कर्तव्य पथ पर डटे हुए हैं। सत्य की जीत होगी। जनता की आवाज जीतेगी। जय हिंद।"

बता दें कि मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को गुजरात हाई कोर्ट से झटका लगा है। कोर्ट ने उनकी पुनर्विचार याचिका खारिज करते हुए सूरत कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। इस मामले में सूरत कोर्ट से उन्हें 2 साल की सजा मिली थी। ऐसे में कांग्रेस अब हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है।