एंटीलिया केस: स्कॉर्पियो मालिक मनसुख की पत्नी का आरोप, पुलिस अफ़सर ने की उनके पति की हत्या

मनसुख की पत्नी ने पुलिस अधिकारी सचिन वाझे पर लगाया हत्या का आरोप, 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर कॉर्पियो से मिली थीं जिलेटिन की 20 छड़ें, 5 मार्च को ठाणे के मुंब्रा क्रीक से मिला था मनसुख का शव

Updated: Mar 09, 2021, 02:50 PM IST

Photo Courtesy : Aaj Tak
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मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की पत्नी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाझे ने ही उनके पति की हत्या की है। 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो में विस्फोटक पदार्थ जिलेटिन की 20 छड़ें और धमकी वाली एक चिट्ठी मिली थी। इसके कुछ दिनों बाद हिरेन का शव ठाणे के मुंब्रा क्रीक से मिला। यह केस अब एनआईए को सौंपा जा चुका है। हालांकि महाराष्ट्र ATS की टीम भी जांच में जुटी है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाया और वाझे की गिरफ्तारी की मांग की।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मनसुख हिरेन की पत्नी विमला हिरेन ने 5 मार्च तक के पूरे घटनाक्रम का ब्योरा दिया है। 5 मार्च को ही उनके पति का शव मिला था। विमला ने एफआईआर में कहा है कि मनसुख एक ऑटो पार्ट डीलर थे और स्कॉर्पियो कार तीन साल से उनके पास थी, जबकि इसके असली मालिक पीटर न्यूटन हैं। हिरेन ने यह कार पिछले साल नवंबर में वाझे को दे दी थी, जो उनके नियमित ग्राहक थे।

विमला हिरेन ने कहा, ''5 फरवरी को वाझे ने कार को दुकान में भेजा और कहा कि इसका स्टीयरिंग कुछ जाम हो गया है। 17 फरवरी को हिरेन कार लेकर मुंबई गए। लेकिन स्टीयरिंग जाम होने की वजह से उन्होंने कार को मुलंद टोल प्लाजा के पास पार्क कर दिया। अगले दिन वह कार वहां नहीं मिली।'' विमला के मुताबिक हिरेन ने विक्रोली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 25 फरवरी को जब स्कॉर्पियो अंबानी के घर के बाहर मिली, तो एटीएस की विक्रोली यूनिट ने हिरेन से पूछताछ की। हिरेन ने कार को पहचाना और चोरी के बारे में बताया। एफआईआर की कॉपी भी दिखाई।''

विमला ने शिकायत में यह भी कहा है कि उनके पति 27, 28 फरवरी और 2 मार्च को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट वाझे के साथ थे। विमला के मुताबिक़ 2 मार्च को हिरेन ने उन्हें बताया था कि वाझे के कहे अनुसार उन्होंने पुलिस और मीडिया की ओर से उत्पीड़न की शिकायत मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और मुंबई-ठाणे पुलिस कमिश्नर को भेजी थी। हालांकि विमला के मुताबिक़ उन्होंने जब हिरेन से पूछा कि क्या पुलिसकर्मियों ने उन्हें प्रताड़ित किया है तो उन्होंने इससे इनकार किया था। हिरेन की पत्नी ने यह भी कहा है कि वाझे ने उसके पति से गिरफ्तारी देने को कहा था और वादा किया था कि वह कुछ ही दिनों में ज़मानत  करा देंगे।

विमला के मुताबिक 4 मार्च को मनसुख ने अग्रिम जमानत के लिए वकील से बात करने को कहा, क्योंकि उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका है। इस पर वकील ने कहा कि उनकी अग्रिम जमानत याचिका स्वीकार नहीं होगी, क्योंकि मनसुख इस मामले में आरोपी नहीं हैं।

विमला के मुताबिक उन्होंने अपने पति को आखिरी बार 4 मार्च को देखा था, जब वे कांदिवली क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी तावडे से सलाह लेने के लिए निकले थे। 5 मार्च को हिरेन का शव मुंब्रा क्रीक से बरामद हुआ। ठाणे पुलिस के मुताबिक जब हिरेन का शव मिला तो उनके चेहरे पर 5 रुमाल बंधे थे। विमला का कहना है कि उनके पति बहुत अच्छे तैराक थे, वे डूब नहीं सकते। उनका फोन, सोने की चेन और पर्स नहीं मिले हैं। इन हालात में विमला ने न सिर्फ़ अपने पति की हत्या होने का शक ज़ाहिर किया है कि बल्कि यह भी आरोप लगाया है कि उनकी हत्या वाझे ने ही की है।