डाक विभाग और सामाजिक संस्था की मदद से घर बैठे होगा लोगों के प्रियजनों का अस्थि विसर्जन

भारतीय डाक विभाग और सामाजिक संस्था ओम दिव्य दर्शन करेगा लोगों का अस्थि विसर्जन, कर्मकांड और श्राद्ध, लाइव वेबकास्ट देख सकेंगे परिजन, डाक विभाग कर्मकांड के बाद भेजेगा गंगाजल, वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार, गया के लिए शुरू हुए सुविधा

Publish: Jun 07, 2021, 12:18 PM IST

Photo courtesy: janman
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कोरोना काल में लोगों की मौत के बाद उनके कर्मकांड में आ रही परेशानियों को दूर करने का बीड़ा भारतीय डाक विभाग ने उठाया है। इस कार्य में उनका साथ सामाजिक धार्मिक मंच ओम दिव्य दर्शन दे रहा है। अब इन दोनों के सहयोग से लोगों की अस्थियों का विसर्जन पवित्र गंगा नदी में किया जा सकेगा। इसके लिए लोगों को अपने प्रियजनों का अस्थियों को एक पैकेट में अच्छे से पैक करके स्पीड पोस्ट करना होगा।

भारतीय डाक विभाग ने लोगों के अस्थि विसर्जन के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। अब कोविड और नॉन कोविड लोगों की अस्थियों का विसर्जन किया जा सकेगा। ये अस्थियां स्पीड पोस्ट से चार तीर्थों में भेजी जा सकेंगी। इनमें वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार, गया तीर्थों को शामिल किया गया है।

अस्थि विसर्जन डाक विभाग और सामाजिक धार्मिक मंच ओम दिव्य दर्शन के सहयोग से किया जाएगा। जिसके माध्यम से पवित्र गंगा नदी में अस्थि विसर्जन और कर्मकांड का अनुष्ठान किया जा सकेगा। वहीं परिजन वेबकास्ट के माध्यम से इस कर्मकांड को देख सकेंगे। दसअसल यह सुविधा उन लोगों के लिए कारगर है जो कोरोना महामारी के दौरान मरने वालों अपने स्वजनों के अस्थि विसर्जन और 'श्रद्धा' सहित मृत्यु के बाद कर्मकांड किया जा सके। लोगों को अपने परिजनों के अस्थी विसर्जन या श्राद्ध के लिए ओम दिव्य दर्शन के पोर्टल रजिस्टर करना होगा। इस सुविधा के तहत राख को एक पैकेट में रखा जा सकता है, फिर उसे स्पीड पोस्ट से वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया भेजा जा सकेगा।

डाक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 'अस्थी' विसर्जन के लिए पैकेट पर बड़े अक्षरों में 'ओम दिव्य दर्शन' लिखाना होना। वहीं स्पीड पोस्ट में लगने वाली फीस भेजने वालों को ही चुकानी होगी।

अस्थियों की बुकिंग के बाद भेजने वालों को इससे जुड़ी सारी जानकारी ओम दिव्य दर्शन के पोर्टल पर देनी होगी। स्पीड पोस्ट बारकोड नंबर और सारी इनफॉर्मेशन अपडेट करना आवश्क होगा। वहीं पोस्ट ऑफिस पर पैकेट मिलने के बाद उसे पोर्टल के पते पर पहुंचा दिया जाएगा।  पैकेट मिलने पर दिव्य दर्शन संस्था अस्थियों को विसर्जन पूरे रीतिरिवाज के साथ करेगी। वहीं श्राद्ध कर्म करवाया जाएगा।

वहीं वेबकास्ट के माध्यम से मृतक के परिजन यह पूरी रस्में देख भी सकेंगे। वहीं मृतक के परिवार को डाक विभाग द्वारा गंगा जल भी भेजा जाएगा। कोरोना के मद्देनजर लोगों का तीर्थों में जाना नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से मृतकों का कर्मकांड अधूरा रह जा रहा था। अब डाक विभाग इसी समस्या को कम करने का फैसला लिया है।