24 अप्रैल से कोविन पोर्टल पर शुरू होगा रजिस्ट्रेशन, कोरोना के टीका के लिए पंजीकरण कराना हुआ ज़रूरी

18+ उम्र के लोगों का होगा वैक्सिनेशन, सीरम इंस्टीट्यूट ने बुधवार को कोविशील्ड वैक्सीन के नए रेट फिक्स कर दिए हैं। प्राइवेट अस्पतालों को कोविशील्ड वैक्सीन 600 रुपए में दी जाएगी।

Updated: Apr 22, 2021, 10:53 AM IST

Photo courtesy: amarujala
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दिल्ली। देशभर में तेज़ी से फैल रहे कोरोना वायरस की कड़ी तोड़ने के लिए 24 अप्रैल से वैक्सिनेशन रजिस्ट्रेशन का काम शुरू होगा। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को रजिस्ट्रेशन के बाद ही टीकाकरण की सुविधा होगी। वैक्सीन की डोज़ लगवाने के लिए कोविन पोर्टल के माध्यम से पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सरकार ने इससे पहले 18 वर्ष से ऊपर की आयु वालों के लिए टीकाकरण का रास्ता खोल दिया है। टीके का तीसरा राउंड जो अट्ठारह तक के युवाओं के लिए खोला गया है, वो 1 मई से शुरू होगा। 

ज्ञात हो सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च-स्तरीय बैठक में 18 वर्ष की आयु से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करने का फैसला किया गया था। इसके तहत सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी से जारी होने वाले 50% डोज केंद्र सरकार को मिलेंगे और बाकी 50% स्टॉक राज्य सरकारों और खुले बाजार में बिक सकेगा। फिलहाल देश में 45 और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन के डोज लगाए जा रहे हैं।


उधर, सीरम इंस्टीट्यूट ने बुधवार को कोवीशील्ड वैक्सीन के नए रेट फिक्स कर दिए थे। सीरम ने बताया था कि प्राइवेट अस्पतालों को कोवीशील्ड वैक्सीन 600 रुपए में दी जाएगी। इससे पहले इन अस्पतालों को ये वैक्सीन 250 रुपए में दी जा रही थी। राज्यों के लिए वैक्सीन के दाम 400 रुपए होंगे और केंद्र को पहले की ही तरह ये वैक्सीन 150 रुपए में मिलती रहेगी।

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, 'वैश्विक स्तर पर टीके की कीमत को देखते हुए हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारा टीका दुनिया की अन्य कंपनियों के टीके के मुकाबले सस्ता हो।' उसने कहा कि अमेरिकी टीके की कीमत 1,500 रुपये प्रति खुराक है, जबकि रूस और चीन में टीके की कीमत 750 रुपये प्रति खुराक से अधिक है। कंपनी ने कहा, 'मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसकी आपूर्ति स्वतंत्र रूप से प्रत्येक कॉर्पोरेट यूनिट को करना चुनौतीपूर्ण है। हम सभी कंपनियों और निजी व्यक्तियों से आग्रह करेंगे कि वे टीका राज्य मशीनरी और निजी स्वास्थ्य प्रणाली से लें।' बयान में कहा गया है कि 4-5 महीने बाद टीका और अधिक मुक्त रूप से उपलब्ध होगा।