मुंबई के पुलिस अफ़सर सचिन वाझे को NIA ने किया गिरफ्तार, मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत का मामला

मनसुख हिरेन की पत्नी विमला ने वाझे पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया है, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक के साथ मिली स्कॉर्पियो मनसुख हिरेन की ही थी

Updated: Mar 14, 2021, 03:42 AM IST

Photo Courtesy: Navbharat times
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मुंबई। केंद्र सरकार की जांच एजेंसी NIA ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाझे को गिरफ्तार कर लिया है। वाझे को शनिवार देर रात करीबन 11.30 बजे NIA ने अपनी हिरासत में ले लिया। जांच एजेंसी ने गिरफ्तारी से पहले वाझे से करीबन 11 घंटे तक पूछताछ की। सचिव वाझे पर मनसुख हिरेन की पत्नी ने अपने पति की हत्या का आरोप लगाया है। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक के साथ मिली स्कॉर्पियो गाड़ी मनसुख हिरेन की ही थी। 

शनिवार दोपहर करीबन 12 बजे वाझे को जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ के लिए पहुंचने से पहले वाझे ने अपने WhatsApp एकाउंट पर एक स्टेटस भी लगाया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस मामले में उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। 

वाझे से पूछताछ करने के बाद NIA ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। NIA ने सचिन वाझे को आईपीसी की धारा 286,465,473, 506(2), 120(B) और 4(A) के तहत गिरफ्तार किया है। मनसुख हिरेन की कथित हत्या के साथ साथ उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक सामग्री रखने के मामले में वाझे की संलिप्तता के मसले पर जांच होगी। 

सचिन वाझे पर मनसुख की पत्नी विमला ने अपने पति की हत्या के आरोप लगाए हैं। विमला का कहना है कि वो इस बार को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि उनके पति की हत्या वाझे ने ही की है। विमला के मुताबिक मनसुख ने पिछले साल नवंबर महीने में वाझे को स्कॉर्पियो चलाने के लिए दी थी। ये वही स्कॉर्पियो थी जो कि 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक पदार्थ और धमकी भरे पत्र के साथ पाई गई थी। विमला का कहना है कि स्कॉर्पियो चोरी होने से कुछ ही दिन पहले ही सचिन वाझे ने मनसुख को यह कार लौटाई थी। 

विमला के मुताबिक इस पूरे मामले में मनसुख का ज़िक्र सामने आने के बाद वाझे मनसुख को सरेंडर करने की सलाह देता रहा और यह भी कहता रहा कि वह उसे छुड़ा लेगा। विमला ने मीडिया को बताया है कि उनके पति मनसुख हिरेन डूब कर नहीं मर सकते, क्योंकि उन्हें तैरना आता था। 

सचिन वाझे 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। अर्णब गोस्वामी के खिलाफ दो साल से बंद पड़े अन्वय नाइक केस को वाझे ने ही दोबारा खोला था। वहीं टीआरपी स्कैम का भंडाफोड़ करने में भी वाझे की अहम भूमिका रही है। शिवसेना का आरोप है कि बीजेपी अपने पोस्टर बॉय अर्णब गोस्वामी को बचाने के चक्कर में वाझे के खिलाफ NIA का इस्तेमाल कर रही है।