चुनाव चिन्ह छीनने के लिए हुई 2 हज़ार करोड़ की लेन देन, संजय राउत ने किया बड़ा खुलासा

शिवसेना नेता ने कहा कि जब विधायक और सांसद खरीदने के लिए 50-100 करोड़ की बोली लगाई जा सकती है तब चुनाव चिन्ह छीनने के लिए इतनी बड़ी लेन देन तो किया ही जा सकता है

Publish: Feb 19, 2023, 07:38 AM IST

मुंबई। शिवसेना का चुनाव चिन्ह तीर कमान एकनाथ शिंदे गुट को दिए जाने के मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा खुलासा किया है। संजय राउत ने दावा किया है कि इस मामले में अब तक दो हजार करोड़ की लेन देन हो चुकी है। शिवसेना नेता के इस खुलासे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल पैदा हो गया है। 

संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवसेना से नाम और चुनाव चिन्ह छीनने के लिए अब तक दो हज़ार करोड़ की लेन देन हो चुकी है। संजय राउत ने कहा कि चुनाव चिन्ह और नाम हमसे छीना गया है। यह एक व्यापार हो गया है। मेरा प्राथमिक अंदाज यह है कि पिछले छह महीने में चुनाव चिन्ह छीनने के मामले में अब तक दो हजार करोड़ की लेन देन हो चुकी है। 

संजय राउत ने कहा कि जब विधायक खरीदने के लिए 50 करोड़ और सांसद खरीदने के लिए 100 करोड़ की बोली लगाई जा सकती है। हमारे शाखा प्रमुखों को खरीदने के लिए 50 लाख और एक करोड़ का दांव लगाया जा सकता है तब नाम और चुनाव चिन्ह छीनने के लिए इतनी रकम तो खर्च की ही जा सकती है। 

बीते शुक्रवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे गुट को दे दिया था और शिंदे गुट को ही असली शिवसेना करार दिया था। इसके बाद से ही महाराष्ट्र सहित देश भर की राजनीति में हलचल मची हुई है। चुनाव आयोग के इस फैसले से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने असमति जताई थी। इसके साथ ही उन्होंने अपने समर्थक नेताओं से बात करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी पर हमला भी बोला था।

उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र की जनता जानती है कि असली शिवसेना कौन सी है और अब यह जनता ही तय करेगी। खुद प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र आने के लिए बालासाहब ठाकरे के मुखौटे की ज़रूरत पड़ती है। ऐसे में चुनाव चिन्ह छिन जाने से शिवसेना का वजूद खत्म नहीं होगा। ठाकरे ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि आप तीर कमान से लड़ें और हम मशाल से ही लड़ेंगे।आगामी चुनावों में जनता खुद दूध का दूध और पानी को पानी कर देगी।