Covid-19 को लेकर सोनिया गांधी का कांग्रेस शासित राज्यों के CMs और मंत्रियों के साथ बैठक, दिया यह सलाह
कांग्रेस शासित और कांग्रेस के साथ गठबंधन वाले राज्य सरकारों को सोनिया का सलाह, बोलीं- टेस्टिंग, ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर करें फोकस, राहुल भी रहे मौजूद

नई दिल्ली। देशभर में बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के फैलाव पर काबू पाने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। सोनिया के इस बैठक में उन राज्यों के कांग्रेस पार्टी के मंत्री भी शामिल हुए जहां कांग्रेस के समर्थन से गठबंधन है। सोनिया ने इस दौरान सभी को सलाह दिया कि वे अपने राज्य में टेस्टिंग, ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर मुख्य फोकस रखें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे। कांग्रेस ने बैठक से संबंधित सोनिया गांधी का बयान भी जारी किया है। पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक सोनिया गांधी ने कहा कि, 'केंद्र में मुख्य विपक्षी दल होने के नाते हमारा यह दायित्व है कि हम लोकहित के मुद्दों को उठाए और सरकार पर इस बात के लिए दबाव बनाएं की वे प्रचार प्रसार से हटकर आमजनों की बेहतरी के लिए भी सोचे।'
Remarks of Congress President, Smt. Sonia Gandhi at a meeting of Congress ruled States & Congress Ministers from our alliance States to review the efforts to fight COVID-19 including availability of vaccines, access to medicines & ventilators. pic.twitter.com/fvJWhzrNO9
— Congress (@INCIndia) April 10, 2021
सही आंकड़े जारी करे सरकार- सोनिया
सोनिया गांधी ने इस दौरान कहा कि सरकार को कोरोना संक्रमितों और संक्रमण से हुए मौत को लेकर सही आंकड़े जारी करना चाहे वह कांग्रेस की सरकार हो या किसी अन्य पार्टी की। कांग्रेस चीफ ने कहा, 'हमें सर्वप्रथम देश में चल रहे टीकाकरण अभियान पर फोकस करना चाहिए, बजाए दूसरे देशों को टीका गिफ्ट करने के।' उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार ने परिस्थितियों का मैनेजमेंट सही ढंग से नहीं किया। सरकार ने वैक्सीन का निर्यात किया नतीजतन आज भारत में ही टीके की किल्लत उत्पन्न हो गई है।'
चुनाव और धार्मिक आयोजनों के दौरान भीड़भाड़ से फैला कोरोना
कांग्रेस नेतृ ने इस दौरान कहा कि देश में आज एक बार फिर से देश जो भयावह स्थिति उत्पन्न हुई है वह चुनाव प्रचार, रैलियों और धार्मिक आयोजनों के दौरान हुई भीड़भाड़ का नतीजा है। उन्होंने कहा कि, 'इसके लिए कहीं-न-कहीं हमसब जिम्मेदार हैं। हमें अपने दायित्वों को स्वीकारना होगा और निजी हितों से ऊपर राष्ट्रहित को रखना होगा। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए की स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाए, अपने राज्यों में सख्त कदम भी उठाने पड़ेंगे। हमें बड़े स्तर पर टेस्टिंग और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता पर जोर देना होगा।'
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मंत्रियों से इन सवालों का मांगा जवाब
सोनिया गांधी ने सभी मंत्रियों से कुछ सवाल पूछा है और कहा है कि इस बारे में जानकारी दी जाए। उन्होंने पूछा कि, 'क्या पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है? क्या केंद्र सरकार सहयोग कर रही है। यदि महामारी और बढ़ती है तो उसके लिए हमारी राज्य सरकारें कितनी तैयार है। ऑक्सिजन, वेंटिलेटर और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं पर्याप्त हैं? लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था में आई गिरावट को लेकर सरकार की क्या राय है? क्या भीड़भाड़ को रोकने की जरूरत नहीं है, चाहे वह चुनाव की वजह से ही क्यों न हो?' सोनिया गांधी ने इस दौरान पांच महीनों से आंदोलन पर बैठे किसानों और राज्य सरकारों द्वारा केंद्रीय कृषि कानूनों को रोकने के लिए जो कानून पारित किए गए हैं उस बारे में भी बातें की।