महाकाल लोक में धर्म के नाम पर सबसे बड़ी लूट हुई है, जेपी अग्रवाल ने केंद्र और राज्य सरकार पर बोला हमला

BJP की श्रद्धा सिर्फ श्रेय की है। जब PM मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था तो अलौकिक वर्णन किया। मगर आज जब सप्त ऋषियों की मूर्तियां क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ी हैं तो मोदी जी एक ट्वीट तक करने को तैयार नहीं हैं: कांग्रेस

Updated: May 30, 2023, 07:11 PM IST

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल लोक में देव प्रतिमाएं खंडित होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को हल्की आंधी में नवनिर्मित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां खंडित होने के बाद निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। विपक्षी दल कांग्रेस ने महाकाल लोक निर्माण में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जेपी अग्रवाल ने मंगलवार को एआईसीसी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

जेपी अग्रवाल ने एआईसीसी मुख्यालय से प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "मध्य प्रदेश के महाकाल लोक में धर्म के नाम पर सबसे बड़ी लूट की गई है। इस लूट में जब लोकायुक्त द्वारा कुछ अफसरों को चिन्हित किया गया तो पूरी BJP सरकार उन्हें बचाने में लग गई और जांच बंद कर दी। इन्होंने मूर्तियों में भी घोटाला किया, जिससे महाकाल लोक में लगी करोड़ों की मूर्तियां जरा सी हवा में टूट गई। भाजपा में पैसा खाने का इतना होड़ है कि उन्होंने भगवान को भी नहीं छोड़ा।"

अग्रवाल ने आगे कहा, "पूरे हिंदुस्तान में कितने ही ऐसे मंदिर हैं जहां भूकंप आने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। लेकिन ये क्या है? महाकाल लोक में क्या कागज की मूर्तियां लगाई थी आपने? हवा चलने से सप्तऋषि की मूर्तियां टूट गई। प्रधानमंत्री के इस आयोजन पर करोड़ों रुपए खर्च हुए और पूरे देश ने वह तमाशा देखा।" अग्रवाल ने मांग करते हुए कहा कि इस पूरे घोटाले की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में गठित करना चाहिए। क्योंकि ये करोड़ों लोगों के आस्था का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि हम संकल्प लेते हैं कि हमारी सरकार आएगी तो देश के बेहतरीन शिल्पकारों से मूर्तियां निर्माण कराएंगे।

इस दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दूबे ने कहा, "BJP की श्रद्धा सिर्फ श्रेय की है। जब PM मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था तो अलौकिक वर्णन किया। मगर आज जब भ्रष्टाचार सामने आया है, सप्त ऋषियों की मूर्तियां क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ी हैं तो मोदी जी एक ट्वीट तक करने को तैयार नहीं हैं।"

अभय दूबे ने आगे कहा, "मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी थी तो हम 12 हजार मंदिरों के लिए कानून लाए लेकिन राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए। फिर जब BJP ने सरकार हथियाई तो कानून भी वापस ले लिया। कांग्रेस ने महाकाल लोक के विकास के लिए साधु-संतों की इच्छानुसार पहला कदम बढ़ाया था लेकिन आज ये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।"