कोटा में नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला, NEET के एक और छात्र ने की खुदकुशी

कोटा पुलिस ने बताया कि उसके घर से अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मौके की जांच के लिए एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है।

Updated: Sep 05, 2024, 02:12 PM IST

कोटा। राजस्थान में कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर कोटा में छात्रों के आत्महत्या का मामला नहीं थम रहा है। कोटा में NEET के एक और स्टूडेंट ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। कोटा में बुधवार देर रात नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) पोस्ट ग्रेजुएट की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के साथ ही राजस्थान में इस साल अब तक 18 छात्रों की मौत हो चुकी है। इसमें कोटा में 16 और सीकर और जयपुर में एक-एक छात्र शामिल है।

पुलिस के अनुसार मृतक छात्र यूपी के मथुरा का रहने वाला है और उसकी पहचान परशुराम के रूप में की गई। इस मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा ने बताया कि बुधवार रात 11:30 बजे मकान मालिक अनूप कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया था। इसके बाद मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया गया।

पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि परशुराम को आखिरी बार उसके मकान मालिक ने ही देखा था। उस दौरान परशुराम कपड़े सुखा रहा था। मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि उसके बाद उन्होंने उसे नहीं देखा। काफी देर तक जब वह रूम से बाहर नहीं आया तो मकान मालिक ने उसके कमरे का कमरा खटखटाया है। परशुराम ने जब अपने रूम का गेट नहीं कोला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। परशुराम ने आत्महत्या क्यों की, इस संबंध में कोई खुलासा नहीं हो पाया है।

कोटा में इस साल अब तक 12 स्टूडेंट के सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं। कोटा पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से स्टूडेंट सुसाइड रोकने बच्चों को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन उसके बावजूद स्टूडेंट सुसाइड के मामलों पर अंकुश नहीं लग पाया है।