हैदराबाद के ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल ने पेश की इंसानियत की मिसाल

हैदराबाद में भारी ट्रैफिक के बीच एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए सड़क पर दौड़ने वाले कांस्टेबल का वीडियो हुआ वायरल, देश भर में हो रही तारीफ

Updated: Nov 07, 2020, 12:49 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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हैदराबाद। सड़क पर गाड़ियों की भीड़ तो आपने अक्सर देखी होगी, लेकिन क्या कभी ट्रैफिक पुलिस को सड़कों पर ट्रैफिक के बीच दौड़ते देखा है? हैदराबाद के सबसे व्यस्त चौराहे पर एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी का एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने भीड़भाड़ के बीच काफी दूर तक दौड़ लगाई, ताकि ट्रैफिक के बीच एक एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया जा सके। वायरल वीडियो में नज़र आने वाले कांस्टेबल का नाम जी बाबजी है जो हैदराबाद की ट्रैफिक पुलिस में काम करते हैं।

बताया जा रहा है कि ये वीडियो सोमवार की शाम का है, जब ट्रैफिक जाम के बीच एक एंबुलेंस फंस गई थी। 
एंबुलेंस में एक मरीज गंभीर हालत में था। ऐसे में  बाबजी ने देरी किए बिना रास्ता साफ करने के लिए एंबुलेंस के आगे दौड़ना शुरू कर दिया। उस दौरान सड़क पर भारी ट्रैफिक था, लेकिन बाबजी ने लोगों से एंबुलेंस के लिए फौरन रास्ता देने को कहा और लोगों ने भी सहयोग करते हुए एंबुलेंस के लिए रास्ता छोड़ दिया। इस तरह एंबुलेंस भारी ट्रैफिक को पार कर अस्पताल तक पहुंच गई। एंबुलेंस को ट्रैफिक पार कराने के बाद बाबजी के चेहरे पर खुशी और संतोष साफ नज़र आ रहे थे। 

ट्रैफिक कांस्टेबल बाबजी की इस कोशिश की तारीफ पूरे देश में हो रही है। पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने इस वीडियो को री ट्वीट करते हुए कांस्टेबल की तारीफ की है। जिसमें उन्होंने हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस को टैग भी किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मरीज को ले जा रही एंबुलेंस के सामने से ट्रैफ़िक हटाने के लिए जी बाबजी के दो किलोमीटर तक दौड़ लगाने के इस अद्भुत प्रयास पर हमें गर्व है।’

छत्तीसगढ़ की IAS डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने वीडियो शेयर करते हुए सिपाही की सात साल की बेटी का फोटो भी शेयर किया है, जिसने अपने पापा को गले लगकर बधाई दी और अपने पापा को अपने हाथ से बनाया कार्ड गिफ्ट किया।

बेटी ने कार्ड में बड़े प्यार से लिखा था Congratulations Dady। प्रियंका शुक्ला ने लिखा है, ‘क्या कोई चीज़ इससे भी सुंदर हो सकती है? कांस्टेबल बाबजी ने वाकई एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाने में न सिर्फ फर्ज के प्रति इमानदारी और इंसानियत की मिसाल पेश की, बल्कि उस समय के हालात में सही सूझबूझ से भी काम लिया।