राजस्थान में भी खत्म होने की कगार पर वैक्सीन का डोज, सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी

महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तरप्रदेश के बाद अब राजस्थान में आउट ऑफ स्टॉक होने के कगार पर वैक्सीन का डोज

Updated: Apr 10, 2021, 04:11 AM IST

Photo Courtesy : News18
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जयपुर। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तरप्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी कोरोना वैक्सीन का डोज आउट ऑफ स्टॉक होने की कगार पर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर मदद मांगी है। सीएम ने बताया है कि राज्य में वैक्सीन का मौजूदा स्टॉक अगले दो दिनों में खत्म हो जाएगा।

राज्य की गहलोत सरकार ने केंद्र को लिखे खत में तत्काल रूप से कम से कम कोरोना टीके का 30 लाख खुराक मुहैया कराने की मांग की है। गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना की नई लहर अपने पीक पर है। राज्य में अप्रैल महीने में अबतक कोरोना की रफ्तार में 1.93 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इतना ही नहीं बीते साल अप्रैल-मई के मुकाबले संक्रमण से मौत का मामला भी बढ़ा है। ऐसे में अब कोरोना वैक्सीन का शॉर्टेज अब राज्य सरकार के चिंता का विषय बन गया है। 

इसके दो दिन पहले भी गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। गहलोत ने उस पत्र में केंद्र सरकार से सभी राज्यों के लिए एक जैसा SOP जारी करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही, कोविड-19 टेस्टिंग की अनिवार्यता, लॉकडाउन और नाइटकर्फ्यू से लेकर अन्य विषयों को लेकर राज्यों बीच समन्वय की कमी महसूस की जा रही है, जिससे आमलोगों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। 

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बता दें कि केंद्र सरकार लगातार यह दावा कर रही है कि देशभर में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। हालांकि, राज्यों में स्थिति बिल्कुल उलट है। राजस्थान के पहले उत्तरप्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण अभियान रोके जाने की खबरें आ चुकी हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वैक्सीन के डोज के निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाए। केंद्र पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने के भी आरोप लग रहे हैं। मसलन बीजेपी शासित राज्यों में कथित रूप से ज्यादा वैक्सीन भेजे जा रहे हैं लेकिन जहां गैर-बीजेपी सरकारें हैं वहां कोरोना केस ज्यादा होने के बावजूद भी टीका कम भेजे जा रहे हैं।