कार्तिक में करें तुलसी पूजा और दीपदान, प्रसन्न होंगे विष्णु भगवान, माता लक्ष्मी

कार्तिक मास में माता तुलसी के पास दीपक रखने और पवित्र नदियों में दीपदान करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है, लड्डू गोपाल को तुलसी दल और पारिजात के फूल चढ़ाने से पूरी होती है हर मनोकामना

Updated: Oct 21, 2021, 03:13 PM IST

Photo Courtesy: Patrika
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कार्तिक का महीना श्रीहरि विष्णु और माता लक्ष्मी को अति प्रिय है। कार्तिक में भगवान विष्णु जल में निवास करते हैं। इनकी पूजा से माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता है कि कार्तिक के महीने में सूर्योदय से पहले स्नान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। कार्तिक में लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करके लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं। अंधेरे मुंह तुलसी जी में दीपक लगाते हैं। वहीं संध्या के समय भी दीपक लगाने का विधान है। कार्तिक मास में पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की परंपरा सनातन काल से चली आ रही है।  

नदियों में संभव नहीं होने पर घर पर ही पानी में गंगा या नर्मदा जल डालकर स्नान करने से भी शुभ फल मिलता है। इस पूरे महीने उगते सूर्य को अर्घ्य देने से भी लाभ होता है। वहीं सूर्यास्त के बाद मां तुलसी के पास घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए।  

लड्डू गोपाल की पूजा तुलसी दर औऱ पारिजात याने हरसिंगार के फूल से करना चाहिए। कार्तिक के महीने में भगवान शिव को तुलसी की मंजरी चढ़ाने का विधान है। कार्तिक में सात्विक भोजन करना फायदेमंद होता है।  मान्यता है कि भगवान विष्णु की पूजा से सुखमय जीवन और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। जीवन के संकट दूर होते हैं। भगवान विष्णु को पीले चंदन का तिलक और पीले फूल चढ़ाने से हर क्षेत्र में विजयी होने का आशीर्वाद मिलता है।