वनडे कप्तानी में बदलाव बनी पहेली, सौरव गांगुली के बयान से सहमत नहीं विराट के कोच

विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने विराट को कप्तानी से हटाए जाने के फैसले के बाद चयन समिति और बोर्ड की पारदर्शिता पर कई सवाल खड़े किए हैं, राजकुमार शर्मा ने बताया है कि कप्तानी से हटाए जाने के बाद उनका विराट से संपर्क नहीं हो पाया है, क्योंकि विराट का फोन ऑफ है

Publish: Dec 12, 2021, 08:34 AM IST

नई दिल्ली। टीम इंडिया की सीमित ओवरों की कप्तानी से विराट कोहली को हटाने का फैसला एक पहेली बन गया है। विराट को वनडे कप्तानी से क्यों हटाया गया? इसको लेकर सौरव गांगुली के हालिया बयान से कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा सहमति नहीं रखते हैं। राजकुमार शर्मा ने क्रिकेट बोर्ड और चयन समिति की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं। 

राजकुमार शर्मा ने एक न्यूज पॉडकास्ट से बातचीत करते हुए कहा है कि लागतार अलग अलग तरह के बयान सामने आ रहे हैं। राजुमार शर्मा ने कहा कि उन्होंने सौरव गांगुली का हालिया बयान पढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा है कि बोर्ड ने कोहली से सीमित ओवरों का कप्तान बने रहने का अनुरोध किया था। लेकिन मुझे ऐसा कुछ याद नहीं है। 

राजकुमार शर्मा ने गांगुली के बयान को हैरान करने योग्य करार देते हुए कहा कि बोर्ड और चयन समिति ने कोहली को कप्तानी से हटाए जाने की कोई ठोस वजह सामने नहीं रखी है। इस मसले पर कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है। बोर्ड, चयन समिति और टीम मैनेजमेंट क्या चाहते हैं इसकी किसी को जानकारी नहीं है। साफ तौर पर पारदर्शिता की कमी दिख रही है। कोहली के कोच ने यह भी बताया कि कप्तानी से हटाए जाने के बाद उनका विराट से संपर्क नहीं हो पाया है। क्योंकि विराट ने किन्हीं कारणों से अपना फोन बंद कर रखा था।

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बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने एक हालिया बयान में कहा था कि विराट कोहली से सीमित ओवरों की कप्तानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया गया था। लेकिन विराट टी ट्वेंटी की कप्तानी नहीं करना चाहते थे। वहीं चयन समिति व्हाइट बॉल क्रिकेट में दो अलग अलग कप्तान रखने के पक्ष में नहीं थी। जिसके बाद इस फैसले पर पहुंचा गया। 

बीते हफ्ते विराट कोहली को अचानक वनडे कप्तानी से हटाए जाने की खबर ने सबको चौंका दिया था। विराट की जगह रोहित शर्मा के हाथों में सीमित ओवरों की कमान सौंपने का एलान कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि बोर्ड ने विराट कोहली को कप्तानी छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन कोहली के इनकार के बाद रोहित शर्मा को सीमित ओवरों का कप्तान बनाए जाने की औपचारिक घोषणा कर दी गई। 

हालांकि विराट की वनडे कप्तानी पर तलवार बहुत पहले से लटक रही थी। टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप से ठीक पहले विराट कोहली ने वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ने का एलान कर दिया था। विराट के इस एलान से पहले ही मीडिया में यह खबरें प्रकाशित की जा चुकी थीं कि विराट ने सीमित ओवरों में रोहित शर्मा की जगह पर केएल राहुल या ऋषभ पंत में से किसी एक को उपकप्तान बनाए जाने की सिफारिश की थी। कोहली ने इसके लिए रोहित शर्मा की उम्र का हवाला दिया था, जिस पर बोर्ड राजी नहीं था।

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मीडिया में यह खबरें आ चुकी थीं कि जल्द ही विराट कोहली से सीमित ओवरों की कप्तानी छीनी जा सकती है। टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से करारी हार झेलने के बाद बोर्ड के एक अधिकारी ने ही मीडिया में यह बयान दिया था कि अगर भारतीय टीम सेमीफाइनल में प्रवेश नहीं करती है, तो कोहली वनडे की कप्तानी से भी हटाए जा सकते हैं। 

टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया और राहुल द्रविड़ की बतौर कोच टीम इंडिया में एंट्री हो गई। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई तीन टी ट्वेंटी सीरीज में रोहित शर्मा को टीम इंडिया की कमान सौंपी गई। जिसमें भारतीय टीम ने क्लीन स्वीप कर दिया। दक्षिण अफ्रीका के दौरे से ठीक पहले रोहित शर्मा को वनडे की कप्तानी भी दे दी गई। 

दक्षिण अफ्रीका में इसी महीने के आखिरी में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला की शुरुआत होनी है। टेस्ट सीरीज में भी अजिंक्य रहाणे को उपकप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को उपकप्तान बना दिया गया है। इसके पीछे बड़ी वजह अजिंक्य रहाणे की फॉर्म को माना जा रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच की कप्तानी अजिंक्य रहाणे ने की थी। लेकिन बल्लेबाजी में अजिंक्य रहाणे कोई कमाल नहीं दिखा पाए। वहीं टेस्ट में डेब्यू कर रहे श्रेयस अय्यर ने अपनी पहली ही पारी में शतक जड़ दिया जबकि दूसरी पारी में उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत की दहलीज़ तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। 

चूंकि विराट कोहली पहले टेस्ट में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे, इसलिए मुंबई में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट से पहले अजिंक्य रहाणे को टीम में जगह मिलने पर सवाल खड़े हो लगे। पहले टेस्ट में श्रेयस अय्यर के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए टीम मैनेजमेंट के लिए श्रेयस अय्यर को टीम से बाहर रखना एक बड़ी चुनौती बन गया। मुंबई टेस्ट से ठीक पहले अजिंक्य रहाणे के चोटिल होने की खबर आई और रहाणे की जगह टीम में श्रेयस अय्यर को खेलने का मौका मिल गया।