Chhattisgarh : पहले ही दिन हुई 2000 क्विंटल गोबर की खरीदी

CG CM Bhupesh Baghel : ‘गोधन न्याय योजना‘ के तहत पहले ही दिन 11 हजार पशुपालकों ने बेचा गोबर, गोबर बिक्री में अव्वल रहा जांजगीर चांपा

Publish: Jul 22, 2020, 03:50 AM IST

छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘गोधन न्याय योजना‘ के तहत पहले दिन हुई गोबर खरीदी के आंकड़े को जारी कर दिया है। इन आंकड़ों के अनुसार गोधन न्याय योजना के पहले दिन प्रदेश भर में 2 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी की हुई है। प्रदेश के करीब 11 हजार से ज्यादा पशुपालकों ने गौठानों में गोबर की बिक्री की है। सोमवार से शुरु हुई इस योजना के तहत राज्य में किसानों से 2 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से गोबर खरीदा जा रहा है।

गोबर बिक्री में अव्वल रहा जांजगीर चांपा  

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जांजगीर-चांपा जिले के 134 गौठानों में 655 गौपालकों ने सबसे ज्यादा 477 क्विंटल गोबर बेचा। वहीं रायगढ़ जिले के 114 गोठानों में एक हजार 147 पशुपालकों ने 342 क्विंटल गोबर बेचा। रायपुर जिले के 95 गोठानों में 465 पशुपालकों ने 114 क्विंटल, गरियाबंद जिले के 41 गोठानों में 220 पशुपालकों ने 38 क्विंटल, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 56 गोठानों में 372 पशुपालकों ने 62 क्विंटल, महासमुंद के 61 गोठानों में 377 पशुपालकों ने 86 क्विंटल और धमतरी जिले के 104 गोठानों में 714 पशुपालकों ने 79 क्विंटल गोबर की बिक्री की।

मुख्यमंत्री ने की थी गोबर खरीदी की शुरुआत

हरेली के मौके पर सबसे पहले गोबर खरीदी की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थी। उन्होंने 48 किलो गोबर खरीदा था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद गोठान समिति के रजिस्टर में गोबर खरीदी की एंट्री भी की। वहीं गोबर विक्रेता किसानों को गोबर बिक्री का कार्ड भी दिया था। गौरतलब है कि गोबर विक्रेता किसानों को दिए गए कार्ड में उनके बेचे जाने वाले गोबर की मात्रा का हिसाब रखा जाएगा ।

ग्रामीणों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिलेगा

'गोधन न्याय योजना' छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को लाभ पहुंचाने की प्रदेश सरकार की एक नई महत्वाकांक्षी योजना है। सरकार इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेगी। जिससे गौठानों में बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद और अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे। 'गोधन न्याय योजना' से ग्रामीणों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिलेगा।