रीवा में साइबर ठगों से तंग आकर बुजुर्ग ने की खुदकुशी, लाइसेंसी बंदूक से खुद को मारी गोली
रीवा में एक बुजुर्ग साइबर ठाकुर से परेशान होकर खुद को 12 बोर बंदूक से गोली मार सुसाइड कर लिया। 65 साल के सरोज दुबे ने अपने दोस्तों से पैसे उधार लिए और ठगों के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन में जरूरी सुराग ढूंढ रही है।

मध्य प्रदेश। साइबर जालसाज आए दिन मासूम लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं। रीवा में एक बुजुर्ग ने साइबर ठगों से परेशान होकर सुसाइड कर लिया है। उन्होंने खुद को गोली मारकर अपनी जान दी। घटना शुक्रवार दोपहर की है। दरअसल बुजुर्ग ने अपने दोस्तों से उनके खाते में ट्रांसफर करने के लिए पैसे उधार लिए थे। ये ठग बुजुर्ग से व्हाट्सएप कॉल के जरिए और पैसों की मांग कर उन्हें डरा रहे थे।
मृत बुजुर्ग की पहचान सरोज दुबे (65) वर्ष के रूप में हुई है। उनकी पहली पत्नी का निधन 15 साल पहले हुआ था। वह इस समय अपनी दूसरी पत्नी के साथ अपने पुश्तैनी मकान में रहते थे। वहीं घटना की सूचना मिलते हैं पुलिस तत्काल पहुंची। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल से सुराग ढूंढने के लिए आई । पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
यह भी पढ़ेंː उज्जैन: रहस्यमयी ढंग से लापता हुआ BJP नेता का परिवार, चार दिन में नहीं मिल पाया कोई सुराग
वहीं परिवार ने बताया कि सरोज साइबर जालसाज में बुरी तरह फंस चुके थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने नगर निगम के पास रहने वाले अपने मित्र सहित कुछ रिश्तेदारों से 37,770 रुपए लेकर ठगों के खाते में ट्रांसफर किए थे। उन पर इतना दबाव था कि उन्होंने पुलिस में शिकायत करने से पहले ही अपनी 12 बोर लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार दी। बीते कुछ दिनों से यह रकम 7 से 8 बार ठगों को भेजी गई। इसके बावजूद भी उनकी धमकियां कम नहीं हुई।
उनके दामाद उमेश गुप्ता ने बताया कि साइबर अपराधी उन्हें पुलिस अफसर बनकर तो कभी वरिष्ठ बैंक अधिकारी बन व्हाट्सएप कॉल कर ब्लैकमेल करते थे। उन्होंने अपने ससुर को नजदीकी कोतवाली में शिकायत दर्ज करने की सलाह दी। लेकिन वह नहीं माने आखिर में खुद को गोली मार दी। वहीं सिटी कोतवाली थाना प्रभारी संगीत श्रंगेश राजपूत ने बताया कि इस मामले में मृतक बुजुर्ग के परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। सभी सबूत को जूटाया जा रहा है। मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।