Congress : राज्य सरकार को सौंपे झीरम घाटी हमले की जांच

Jitendra Mudliyar : BJP का षड्यंत्र था झीरम घाटी का हमला, NIA दे जांच रिपोर्ट

Publish: Jun 23, 2020, 04:58 AM IST

छत्तीसगढ़ में झीरम घाटी हमले पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और पिछली रमन सिंह सरकार पर आरोप लगाते हुए इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। कांग्रेस ने मांग की है कि इस हमले की जांच राज्य सरकार के हवाले की जाए। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी इस मामले में लीपापोती करती रही है और इसका प्रमाण है कि पिछली रमन सिंह। सरकार ने लंबे समय तक यह बात छुपाई कि केंद्र ने इस हमले की सीबीआई जांच से इनकार कर दिया था। मुख्‍यमंत्री रमन सिंह ने यह जानकारी न तो विधानसभा में दी और न कांग्रेस पार्टी को दी। यह जानकारी तब सामने आयी जब राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी। 

 इसी दबाव के बाद 2016 के बजट सत्र के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने घोषणा की थी कि वे झीरम के षडयंत्र की सीबीआई जांच करवाएंगे। राज्य सरकार ने 29 मार्च 2016 को सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी की थी, लेकिन 13 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन आने वाले कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने पत्र लिखकर राज्य सरकार से खेद जता दिया कि सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है। कांग्रेस का आरोप है कि रमन सिंह सरकार ने लंबे समय तक ये जानकारी छुपाई और प्रदेश की जनता को अंधेरे में रखा। कांग्रेस नेताओं का यह भी आरोप है कि NIA अदालत से कह चुकी है कि वो जांच पूरी कर चुकी है, लेकिन प्रदेश सरकार को जांच के दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा रही है। एनआईए अपनी वेबसाइट पर लिख रही थी कि जांच पूरी हो गई, उसी एनआईए ने एसआईटी गठन के बाद एकाएक फिर से जांच शुरू कर दी। कांग्रेस का कहना है कि जो जांच हुई है, उसमें कुछ बिंदु जानबुझकर शामिल नहीं किए गए, जिससे हमले की साजिश का खुलासा हो सकता था।  .

शहीदों के परिजनों की मांग एसआईटी करें जांच

झीरम हमले में शहीद नेताओं के परिजनों ने केद्र सरकार से मांग की है कि NIA अपनी रिपोर्ट SIT को दे। झीरम हमले में मारे गए कांग्रेस नेताओं के परिजनों ने 21 जून को मीडिया से चर्चा में NIA जांच को खानापूर्ति बताया था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी की नक्सलियों से सांठगांठ रही है।

झीरम घाटी हमला

5 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर जानलेवा हमला किया था। कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया था। इस हमले में कांग्रेस के अग्रिम पंक्ति के नेताओं समेत 35 कांग्रेस नेताओं की मौत हो गई थी।