Chhattisgarh : गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष क्वारेंटाइन सेंटर

बिलासपुर जिले के केशला गांव में गर्भवती महिलाओं के लिए पहला पृथक केंद्र बनाया गया है। इस सर्वसुविधा संपन्न क्वारेंटाइन सेंटर की तारीफ देशभर में हो रही है।

Publish: Jun 10, 2020, 08:25 AM IST

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गर्भवती महिलाओं के लिए एक स्पेशल क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। यह प्रदेश का पहला क्वारेंटाइन सेंटर है, जहां केवल गर्भवती महिलाओं को ठहराया गया है। यहां गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनके खान-पान और आराम का भरपूर ख्याल रखा जा रहा है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को अलग केंद्रों में विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके तहत गर्भवती महिलाओं के लिए पहला पृथक केंद्र बिलासपुर जिले के केशला गांव में बनाया गया है। इस सर्वसुविधा संपन्न क्वारेंटाइन सेंटर की तारीफ देशभर में हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस स्पेशल क्वारेंटाइन सेंटर की प्रसंशा की है।

बिलासपुर के बिल्हा इलाके के केशला गांव में गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल के लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। जहां साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जा रहा है। वहां ठहरी महिलाओं को भी स्वच्छता के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से दूर रखने के लिए इस सेंटर में दिन में 3 बार साफ-सफाई होती है। गर्भवती महिलाओं को रूटीन चेकअप के लिए पास के सरकारी अस्पताल में भी ले जाया गया। जहां उनके चेकअप के बाद दोबारा क्वॉरेंटाइन सेंटर में लाकर छोड़ दिया जाता है। फिलहाल केशला गांव के क्वारेंटाइन सेंटर 8 गर्भवती महिलाएं ठहरी हुई हैं। यहां मां और गर्भस्थ बच्चे की देखरेख के लिए डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। ताकि गर्भवती महिलाओं और उनके आने वाले बच्चों की अच्छे से देखभाल हो सके। गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए नर्स लगातार ड्यूटी दे रही हैं।

मिल रहा तीन समय पौष्टिक भोजन

यहां क्वारेंटाइन सेंटर में गर्भवती महिलाओं को तीन समय पौष्टिक आहार परोसा जा रहा है। महिलाओं को जरुरत के हिसाब से चाय, नाश्ता, दूध भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इन गर्भवती महिलाओं के मेडिकल चेकअप के साथ ही उनकी कोरोना की भी जांच की गई है। जिसमें सभी महिलाएं कोरोना नेगेटिव आई हैं।केशला गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी दे रही स्टाफ नर्स की मानें तो 24 मई से शुरू हुए इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहले 10 गर्भवती महिलाएं थी जिनमें से 2 महिलाओं को घर भेजा जा चुका है। अब केवल 8 गर्भवती महिलाएं ही यहां रह रही हैं। बिलासपुर के केशला गांव का यह क्वारेंटाइन सेंटर इकलौता सेंटर है जहां केवल गर्भवती महिलाओं को ही समर्पित है। यह अपने आप में मिसाल कायम कर रहा है।

देशभर में हो रही स्पेशल क्वारेंटाइन सेंटर की चर्चा

कोरोना की मार झेल रहे प्रवासियों को अपने घर पहुंचने से पहले क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिन रखा जाता है। देश भर में हजारों लाखों लोगों को पनाह दे रहे हैं ये क्वारेंटाइन सेंटर। गाहेबगाह इनकी बदहाली की तस्वीरें भी सामने आ रही है। लेकिन कहते हैं ना कि हाथ की पांचों उंगलिया एक समान नहीं होती, वैसे ही हर क्वारेंटाइन सेंटर भी बदहाल नहीं होता। छत्तीसगढ़ में का ये क्वारेंटाइन सेंटर लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जहां सिर्फ बाहर से लौटी गर्भवती महिलाओं को ठहराया गया है। यहां रहने वाली गर्भवती महिलाओं को सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस क्वारेंटाइन सेंटर का जिक्र अपने एक ट्वीट में किया था जिसी तारीफ देशभर में हो रही है।