छत्तीसगढ़ के प्राइवेट स्कूलों ने की मांग, कोरोना से आर्थिक संकट में आए परिवारों के बच्चों को गरीब घोषित करे सरकार
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने कोरोना से पिता की मौत के बाद आर्थिक रूप से कमजोर हुए बच्चों की फीस माफ करने का लिया फैसला, इन छात्रों को RTE के दायरे में लाने के लिए सरकार से अपील, 10 हजार निजी स्कूलों के छात्रों को मिलेगा योजना का लाभ

रायपुर। कोरोना काल में पिता खोने वाले बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकेगी। प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने दरियादिली दिखाते हुए ऐसे बच्चों की फीस माफ करने की घोषणा की है। अब निजी स्कूलों के ऐसे बच्चे जिनके घर के मुखिया यानी पिता की कोरोना से मौत हुई है और वो आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं, ऐसे बच्चों की फीस माफ कर दी जाएगी। मगर प्राइवेट स्कूल चाहते हैं कि सरकार ऐसे बच्चों को आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों की श्रेणी में डालकर उनका खर्च खुद वहन करे।
प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है ऐसे बच्चों को शिक्षा के अधिकार कानून के दायरे में लाया जाए। जिसमें प्राइवेट स्कूलों में 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित रखने की शर्त है। प्राइवेट स्कूल चाहते हैं कि इस नियम के तहत कोरोना काल में आर्थिक मार झेल रहे बच्चों को फायदा दिया जाए। और सरकार इसका खर्च वहन करे।
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा ऐसे छात्रों की जानकारी मंगाई गई है। इसके लिए एक नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर फोन करके सूचना दी जा सकती है। एसोसिएशन द्वारा 9993699665 मोबाइल नंबर को सार्वजनिक सेवा के लिए उपलब्ध कराया गया है। इस नंबर पर फोन करके परिजन बच्चों के नाम और जानकारी दे सकते हैं।
प्रदेश में करीब 10 हजार निजी स्कूल हैं, इन स्कूलों के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। हालांकि इससे पहले कोरोना के दौरान स्कूलों द्वारा फीस वसूली को लेकर कई बार विवाद की स्थिति भी बन गई थी, जिसके बाद सरकार ने स्कूलों को मनमानी फीस लेने से रोका था, मामला कोर्ट तक जा पहुंचा था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमित 11 हजार 867 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। 12 हजार 657 लोग ठीक हुए हैं। वहीं 172 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। कोरोना से अब तक प्रदेश में कुल 10 हजार 742 लोगों की मौत हुई है।
एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 25 हजार 104 है, जिनका इलाज घरों, अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में किया जा रहा है। बीते 24 घंटों में छत्तीसगढ़ में कोरोना के 64 हजार 809 नमूनों की जांच हुई है। कोरोना से सबसे खराब हालत राजधानी रायपुर की है जहां एक दिन में 871 नए मरीज मिले हैं, दुर्ग में 674, बिलासपुर में 531 मरीजों की रिपोर्ट्स पॉजिटिव आई है।