Cyclone nisarga से बेअसर रहेगा Chhattisgarh
अरब सागर में निसर्ग चक्रवात की स्थिति मानसून को आगे ज़रूर बढ़ा रही है, द्रोणिका की वजह से आज भी छत्तीसगढ़ में होगी बारिश

निसर्ग तूफान धीरे धीरे अरब सागर से महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों की ओर बढ़ रहा है। तूफान आज महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तट से टकराएगा। हालांकि इसका असर छत्तीसगढ़ पर नहीं पड़ेगा। निसर्ग तूफान का असर छत्तीसगढ़ पर भले न पड़ रहा हो लेकिन अरब सागर में निसर्ग चक्रवात की स्थिति मानसून को आगे ज़रूर बढ़ा रही है।
द्रोणिका वजह से मंगलवार को छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बारिश हुई जिसके बाद राज्य भर में मौसम ने अपनी करवट ली है। द्रोणिका का प्रभाव आज भी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में दिखेगा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बुधवार को भी राज्य में कई जगहों पर हल्की या मध्य बारिश होने की संभावना है।
दरअसल द्रोणिका का असर छत्तीसगढ़ और बिहार राज्य में पड़ने की वजह से मौसम बदल गया है। जिसके कारण दोनों ही राज्यों में बारिश हुई है। छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बारिश होने की वजह से तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली है। राजधानी रायपुर में मंगवाल को पारा 34 डिग्री तक गिर गया। जो कि सामान्य से आठ डिग्री कम है। तापमान में सबसे ज़्यादा गिरावट अंबिकापुर में दर्ज की गई। अंबिकापुर में पारा 30 डिग्री के आस पास रहा।
आठ दिन बाद आएगा मानसून
गौरतलब है कि 1 जून को मानसून केरल पहुंच गया था। मानसून केरल तो पहुंच गया लेकिन अभी भी ज़्यादातर बारिश दक्षिण में ही हो रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में मानसून के प्रवेश करने की संभावना आठ दिन बाद की जताई का रही है। फिलहाल राज्य में द्रोणिका के कारण बारिश हो रही है।
क्या होती है द्रोणिका ?
बादलों के बीच जब ठंडी और गर्म हवा आपस में मिलती है तो एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है। उस सिस्टम से निकलने वाली पट्टी को द्रोणिका कहते हैं। इसमें अचानक ही मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। जिसके कारण तेज हवा के साथ बारिश होती है। छत्तीसगढ़ में भी मंगलवार सुबह को तेज़ धूप थी लेकिन अचानक से काले बादल आसमान पर छा गए। तेज़ हवाएं चलने लगीं। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में मौसम खुशनुमा हो गया। राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। आज भी मौसम विभाग ने राज्य में बारिश होने की उम्मीद जताई है।