मुकेश चंद्राकर हत्याकांड: प्रेस काउंसिल ने छत्तीसगढ़ सरकार से मांगी रिपोर्ट, SIT जांच के आदेश
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की संदिग्ध हत्या पर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी।
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बर्बर हत्या को लेकर देशभर के पत्रकारों में रोष है। शनिवार को मुकेश चंद्राकर का अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम में पता चला कि मुकेश चंद्राकर का पहले गला घोंटा गया। बाद में सिर पर कुल्हाड़ी मारी गई। इस हमले से मुकेश के सिर पर ढाई इंच गड्ढा हो गया। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की संदिग्ध हत्या पर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी।
पीसीआई के एक बयान में कहा गया कि पीसीआई की अध्यक्ष न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई ने बस्तर में मुकेश चंद्राकर की मौत का स्वत: संज्ञान लिया और राज्य सरकार से मामले के तथ्यों पर रिपोर्ट मांगी। प्रेस एसोसिएशन और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी टेलीविजन पत्रकार की हत्या की निंदा की और राज्य सरकार से गहन जांच करने की मांग की।
पुलिस ने मुकेश के चचेरी भाई रितेश चंद्राकर सहित 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही रायपुर पुलिस ने रितेश की थार भी बरामद की है। पुलिस ने आरोपी सुरेश चंद्राकर की तलाश और तेज कर दी है। तो वहीं प्रशासन ने आरोपी सुरेश के अवैख निर्माण पर जेसीबी कार्रवाई भी की।
इसके अलावा उसके 3 बैंक अकाउंट को भी सीज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में एसआईटी का गठन भी सरकार ने कर दिया है। IPS आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय SIT का गठन किया है। फॉरेंसिक टीम साइंटिफिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की जांच कर रही है। SIT की टीम जांच के बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। फिर चालान पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि सरकार न्यायालय से स्पीड ट्रायल की मांग करेगी। फिलहाल फरार ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की तलाश की जा रही है।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में पत्रकार मर्डर केस के आरोपी ठेकेदार के खिलाफ बुलडोजर एक्शन, तीन आरोपी गिरफ्तार
बता दें कि 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से मुकेश चंद्राकर घर से लापता हुए थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस लगातार मुकेश के फोन को ट्रेस कर रही थी। हत्याकांड में पुलिस के संदेह के दायरे में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और सुरेश के भाई रितेश चंद्राकर थे। कुछ दिन पहले मुकेश ने करीब 120 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सड़क की खस्ता हाल की खबर बनाई थी। सुरेश के ही ठिकाने पर हत्या कर चंद्राकर के शव को सेप्टिक टैंक में डाला गया था।