Raipur Drug Case: वाट्सएप चैट के आधार पर 5 लोगों के यहां पुलिस का छापा

रायपुर में ड्रग रैकेट का खुलासा, दो ड्रग पैडलरों के मोबाइल की हुई जांच, वाट्सएप चैट के आधार पर पुलिस ने 5 लोगों के यहां मारा छापा, कई बड़े खुलासे होने की आशंका

Updated: Oct 04, 2020, 03:28 AM IST

Photo Courtesy: Punjab Kesari
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रायपुर। पुलिस ने ड्रग मामले में 5 लोगों के यहां छापा मारा है। दरअसल पुलिस ने दो दिन पहले एक कॉलेज के पास दो ड्रग्स बेचने वालों को पकड़ा था। अब उनके मोबाइल और वाट्सएप चैट की जांच की जा रही है। जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। पुलिस फिलहाल एक फोन की जांच में जुटी है। इसमें 10 मोबाइल नंबर मिले हैं, जिनसे वाट्सएप पर ड्रग्स के बारे में बातें हुई हैं। इस बारे में बात करने वाले सभी संभ्रांत परिवारों के लड़के-लड़कियां हैं।

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि वाट्सएप मैसेज की भाषा एक ही तरह की है। जिसमें पूछा गया है कि माल (व्हाइट पाउडर) है क्या? जब पुलिस ने उन नंबरों पर फोन किया तो 8 बंद मिले हैं। पुलिस ने सिर्फ दो लोगों से बात की है। उन नंबरों पर पुलिस ने क्या बात की है इसका खुलासा नहीं हुआ है।

5 लोगों के यहां पुलिस ने मारा छापा

जिनके नंबर बंद मिले, उनमें से 5 लोगों के घरों में पुलिस ने दबिश दी, तो परिजनों ने पुलिस से कहा कि सभी लोग बाहर हैं। रायपुर पुलिस ने पांचों परिवारों से उनके बच्चों को थाने में पेश करने को कहा है। पुलिस ने ड्रग पैडलर श्रेयांस और विकास से 3 मोबाइल जब्त किए हैं। अभी केवल एक मोबाइल की जांच हुई है। दो मोबाइल की जांच होना बाकी है, पुलिस को उम्मीद है कि उन मोबाइलों से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। 

दोनों ड्रग पैडलर्स पर आरोप है कि वे मुंबई से सफेद पाउडर मंगवाते थे। आरोपी मुंबई में किससे ड्रग्स मंगवाते थे, उसका खुलासा होना बाकी है। पुलिस अब तक नशे के मुंबई वाले सौदागरों से दूर है, क्योंकि मोबाइल पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। पुलिस इस मामले की जांच को मुंबई ड्रग्स केस के एंगल से भी देख रही है। शक ये है कि कहीं रायपुर ड्रग्स केस के तार मुंबई से तो नहीं जुड़े हैं। क्योंकि रायपुर में भी ड्रग्स पैडलर के नंबर पर कई रसूखदारों के नंबर और व्हाट्सअप चैट्स मिले हैं।

ड्रग्स केस की जांच में साइबर सेल भी शामिल

पुलिस ने इस ड्रग्स केस की जांच साइबर सेल को सौंप दी है। एसएसपी से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई से रायपुर में नशा सप्लाई करनेवालों की तलाश की जा रही है। इन ड्रग तस्करों को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस की मदद भी ली जाएगी। रायपुर पुलिस ने खुलासा किया है कि श्रेयांस ही मुंबई के तस्करों के संपर्क में था। वही ड्रग्स का आर्डर देने और पेमेंट का काम करता था। अधिकतर ऑनलाइन पेमेंट होता था।

होम्योपैथी दवा के डिब्बों में आती थी ड्रग

पुलिस बैंक खातों की पड़ताल भी करने की तैयारी में है। आरंभिक जांच में खुलासा हुआ कि दोनों पैडलर कूरियर से ड्रग्स मंगवाते थे। मुंबई से ड्रग्स के पार्सल होम्योपैथी दवा के छोटे-छोटे डिब्बों में भरकर भेजे जाते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से छोटी इलेक्ट्रॉनिक्स की तौल मशीन भी जब्त की है। जिससे एक ग्राम सफेद पाउडर तौलकर उसका पैकेट बनाते थे। पैडलर के पास से एक-एक ग्राम के 17 पैकेट मिले थे। पैडलर एक पैकेट को 10 हजार रुपए में बेचते थे।

चैट में कई रसूखदारों के नंबर, सबूत जमा करने में जुटी पुलिस

पुलिस को मिले नामों में से अधिकांश हाई प्रोफाइल हैं, इसलिए फिलहाल पुलिस अभी सारे पुख्ता सबूत जमा करने में जुटी है। ताकि सबूतों के आधार पर कड़ी कार्रवाई हो सके। पुलिस को ड्रग पैडलर से जो मोबाइल नंबर और ड्रग चैट मिले हैं, उनमें अधिकतर यंग लोग हैं, और होटल व्यवसाय से जुड़े परिवारों से हैं।

बड़ी मात्रा में नशीली गोलियों के साथ युवक गिरफ्तार

शुक्रवार को पुलिस ने नशीली गोलियां बेचते एक युवक को रजबंधा मैदान के पास से गिरफ्तार किया था।   शख्त का नाम शेख साहिल है। इन गोलियों का उपयोग सस्ते नशे के तौर पर युवक करते थे। आरोपी ने बताया कि वह एक टेबलेट 250 से 500 रुपए तक में बेच रहा था। युवक ने नशीली गोलिया मेडिकल स्टोर से खरीदी थी। पुलिस इस मामले में मेडिकल स्टोर संचालक पर भी कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।