Stock Market: सेंसेक्स में सोमवार को 839 अंकों की भारी गिरावट

India GDP growth rate: निफ्टी में भी गिरावट का दौर, पहली तिमाही के जीडीपी आंकड़ों से आने वाले दिनों में शेयर बाजार में और भी गिरावट की आशंका

Updated: Sep 01, 2020, 01:12 PM IST

Photo Courtesy: The Hans India
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शेयर बाजार में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर 31 अगस्त को विराम लग गया और सेंसेक्स 839 अंकों का गोता लगा गया। भारत-चीन के बीच सीमा पर नए सिरे से तनाव की खबर से घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का जोर रहा। कारोबारियों के अनुसार उच्च स्तर पर मुनाफ़ा वसूली और कमजोर वृहद् आर्थिक आंकड़े से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा और गिरावट आई।

शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 543 अंक मजबूत होकर 40,000 अंक के स्तर को पार कर गया था। लेकिन बाद में यह नीचे आया और अंत में 839.02 अंक यानी 2.13 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 38,628.29 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार निफ्टी 260.10 अंक यानी 2.23 प्रतिशत टूटकर 11,387.50 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में सन फार्मा रही। इसमें 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। एसबीआई, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति में भी गिरावट दर्ज की गई। केवल ओएनजीसी और टीसीएस लाभ में रहे।

आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुला लेकिन चीन के साथ सीमा पर तनाव की रिपोर्ट से दोपहर कारोबार में तेजी को बरकरार नहीं रख पाया।

उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही सेबी की मार्जिन के संबंध में नई व्यवस्था एक सितंबर से शुरू हो रही है। इसका असर मझोले और छोटी कंपनियों के शेयरों पर पड़ा। इन शेयरों में आक्रमक तरीके से मुनाफावसूली देखी गई।’’

इसके अलावा बुनियादी उद्योग के उत्पादन के कमजोर आंकड़े से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। आठ बुनियादी उद्योग यानी कोर सेक्टर का उत्पादन जुलाई में 9.6 प्रतिशत घटा। यह लगातार पांचवां महीना है जब बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है। मुख्य रूप से इस्पात, रिफाइनरी उत्पादों और सीमेंट के उत्पादन में कमी से उत्पादन कम हुआ है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के जारी आंकड़े के अनुसार आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में जुलाई 2019 में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। बताया जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के बेहद खराब आंकड़े भी शेयर बाजार पर बुरा असर डालेंगे। सरकार के आंकड़ों के अनुसार पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत की भारी कमी आई है।