आर्थिक पैकेज के बाद भी सेंसेक्स धड़ाम

विशेषज्ञों का कहना है कि आर्थिक पैकेज घरेलू निवेशकों में उत्साह नहीं जगा पाया है.

Publish: May 19, 2020, 07:40 AM IST

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,069 अंक का गोता लगाकर करीब छह सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर बंद हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार कोविड-19 से जुड़ी सार्वजनिक पाबंदियों की अवधि बढ़ाए जाने, संक्रमण के नए मामालों में वृद्धि और सरकार के वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज से घरेलू निवेशकों में भरोसा ना जगने से बाजार का उत्साह ठंडा रहा.

दुनिया के प्रमुख बाजारों में तेजी के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट रही. बाजार के जानकारों का कहना है कि हालात से निपटने केलिए सरकार का पांच किस्तों में घोषित 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज निवेशकों का उत्साह नहीं बढ़ा सका है. इसके अलावा एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण मामले में सर्वाधिक वृद्धि से भी चिंता बढ़ी है.

वित्तीय संस्थानों और वाहन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली के बीच तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,068.75 अंक यानी 3.44 प्रतिशत लुढ़क कर 30,028.98 अंक जबकि एनएसई निफ्टी 313.60 अंक यानी 3.43 प्रतिशत टूटकर 8,823.25 अंक पर बंद हुआ.

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में इंडसइंड बैंक रहा. इसमें करीब 10 प्रतिशत की गिरावट आयी. इसके अलावा एचडीएफसी, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक और अल्ट्राट्रेक सीमेंट में भी गिरावट दर्ज की गई.

दूसरी तरफ टीसीएस, इन्फोसिस, आईटीसी और एचसीएल टेक नुकसान में रहे.

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए ‘लॉकडाउन’ की अवधि चौथी बार बढ़ाए जाने को लेकर निवेशक थोड़े सतर्क नजर आए. सरकार ने ‘लॉकडाउन’ दो सप्ताह यानी 31 मई तक के लिये बढ़ा दिया है.

आशिका स्टॉक ब्रोकिंग में इक्विटी शोध के अध्यक्ष पारस बोथरा ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में सकरात्मक रुख के बावजूद घरेलू बाजार गिरावट के साथ खुला. घरेलू धारणा कमजोर रही. इसका कारण 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज का बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं होना है.’’

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आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि गृह मंत्रालय के कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए ‘लॉकडाउन’ 31 मई तक बढ़ाये जाने के बाद कारोबारी और निवेशक बाजार से दूर रहे.

उन्होंने कहा कि जो राहत पैकेज की घोषणा की गयी है, ऐसा लगता है कि वह मांग पक्ष में सुधार को लेकर बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है. इसके कारण घरेलू बाजार में बिकवाली देखी गई.