कृषि मंत्री कमल पटेल के क्षेत्र में बीज के सबसे ज़्यादा नमूने फेल, नकली बीज बेचने वालों के झांसे में आ रहे हैं हज़ारों किसान

छिंदवाड़ा में 36, जबलपुर में 31, सिवनी में 25, होशंगाबाद में 23 जबकि बड़वानी में बीज के 22 नमूने फेल हुए हैं

Publish: Jun 22, 2021, 04:01 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

भोपाल। मध्यप्रदेश में हज़ारों की संख्या में किसान नकली बीज बेचने वालों के झांसे में आ रहे हैं। नकली बीज बेचने वाली कंपनियों और लोगों पर कार्रवाई तो होती है लेकिन इसके बावजूद इनका पूरा नेटवर्क शासन और प्रशासन के हत्थे नहीं चढ़ पाता। जिस वजह से हर साल हजारों किसान अमानक बीज बेचने वालों को झांसे में आ जाते हैं। जिसका सीधा असर उनकी फसल पर पड़ता है। 

कृषि मंत्री के क्षेत्र में बीज के सबसे ज़्यादा नमूने फेल 

किसानों को अगर सबसे ज़्यादा अमानक बीज अगर कहीं मिल रही है, तो वह खुद कृषि मंत्री कमल पटेल का क्षेत्र हरदा है। हरदा, होशंगाबाद और बैतूल ज़िले में बीजों के 57 नमूने फेल पाए गए हैं। इसके साथ ही छिंदवाड़ा में 36, जबलपुर में 31, सिवनी में 25, होशंगाबाद में 23 जबकि बड़वानी में बीज के 22 नमूने फेल हुए हैं। 

संदेह होने पर तुरंत बीज की जांच करवाएं किसान 

अमानक बीज बेचने वालों के जाल से बचने के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों से कहा है कि अगर बीज को लेकर ज़रा भी संदेह हो तो किसान बिना किसी देरी के बीज की जांच करवाएं, इसके लिए उन्हें कोई शुल्क नहीं देना होगा। कमल पटेल ने कहा है कि उन्होंने अमानक बीज विक्रेताओं पर छापेमार कारवाई के आदेश भी दिए हैं। 

दरअसल अमूमन अमानक बीज विक्रेता किसानों को फसल की अच्छी पैदावार होने के झांसे में फंसा कर नकली बीज बेच डालते हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस सिलसिले में एक पत्र भी लिखा है। राज्यसभा सांसद ने कहा है कि किसान सोयाबीन की फसल की बोवनी करने की तैयारी में हैं। लेकिन उन्हें अब तक बीज नहीं मिल पा रहा है। जिस वजह से निजी क्षेत्र के व्यापारी मनमानी कीमत पर किसानों को बीज बेच रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से किसानों को जल्द से जल्द प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने की मांग की है।