किसानों पर कोरोना की मार, इंदौर, उज्जैन में 22 मार्च से नहीं होगी फसल खरीदी

इंदौर-उज्जैन संभाग में 22 मार्च से होने वाली फसल की खरीदी फिलहाल टाली गई, कोरोना और खराब मौसम का दिया हवाला, किसानों को मिलेगी दोबारा तारीख

Updated: Mar 21, 2021, 08:21 AM IST

Photo courtesy: Amar ujala
Photo courtesy: Amar ujala

इंदौर। मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी के लिए किसानों को अभी और इंतजार करना होगा। इंदौर और उज्जैन संभागों में फसल खरीदी की तारीखें फिलहाल आगे बढ़ा दी गई हैं। पहले सोमवार याने 22 मार्च से किसानों से गेहूं और चने की खरीदी होने वाली थी।

बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर और सरसों की खरीदी फिलहाल टाल दी गई है। इन दोनों संभागों में पहले यह खरीदी सोमवार 22 मार्च से होने वाली थी। इंदौर में कोरोना के चलते रविवार को लॉकडाउन होने और मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। अधिकारियों को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही किसानों को खरीदी की नई तारीखों का मैसेज भेजा जाएगा। यह मैसेज SMS के माध्यम से मिलेगा।

उज्जैन कमिश्नर और इंदौर कलेक्टर ने सोशल मीडिया पर तारीखों के बदलाव की जानकारी दी है। उन्होंने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि गेहूं ,चना, मसूर, सरसों की खरीदी शासन निर्देशानुसार 22 मार्च 2021 सोमवार से होने वाली थी,  लेकिन मौसम खराब होने, बारिश, आंधी, तूफान की वजह से फिलहाल गेहूं, चना, मसूर, सरसों की खरीदी तिथि को आगे बढ़ाया जा रहा है। वहीं इंदौर कलेक्टर ने लिखा है कि लॉकडाइन को देखते हुए समर्थन मूल्य पर गेहूं और अन्य उपज की सभी खरीद को स्थगित कर दिया गया है। यह खरीदी इंदौर और उज्जैन संभागों में सोमवार 22 मार्च 2021 से शुरू नहीं होगी। इंदौर और उज्जैन संभाग में 22 मार्च से MSP पर गेहूं की खरीदी शुरू होने वाली थी। जबकि बाकी संभागों में 1 अप्रैल से गेहूं खरीदी होनी है। य़ह खरीदी 15 मई तक के लिए प्रस्तावित है।

फिलहाल किसानों को सोमवार 22 मार्च और मंगलवार 23 मार्च के लिए फसल बेचने का मैसेज मिल चुका है, उन्हे  नई तारीखों पर फसल खरीदी का मैसेज भेजा जाएगा।गौरतलब है कि पिछले साल इंदौर 3.78 लाख टन गेहूं की ख्ररीदी हुई थी। 82 केंद्रों पर हुई खरीदी अब तक का रिकार्ड रही है। साल 2021 में इंदौर में 96 केंद्रों पर खरीदी होने वाली है, इस साल 4.50 लाख टन खरीदी का टारगेट रखा गया है। संभाग के खरीदी केंद्रों पर किसानों की सुविधा की व्यवस्थाओं का दावा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बारदाना, पैकिंग का सामान, तौल-कांटा खरीदी केंद्रों पर पहले ही पहुंचा दिए गए हैं। हर साल बड़ी मात्रा में किसानों से खरीदी कर ली जाती है, लेकिन समय पर परिवहन नहीं होने से बारिश की भेंट चढ़ जाती है।