मानसिक तनाव के कारण हो सकती है ये बीमारियां, जानें बचाव के तरीके

हमारी लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से हमारी मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। रोजाना घंटों काम करने की वजह से स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है।

Updated: Dec 09, 2023, 11:54 AM IST

आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन चुका है। दुनिया में ऐसा शायद ही कोई होगा जिसे किसी ना किसी वजह से तनाव का सामना ना करना पड़े। वास्तव में तनाव आदमी के लिए अजनबी नहीं है। यह शायद इंसान के वजूद जितना ही पुराना है। जिंदगी में थोड़ा बहुत तनाव सामान्य है। ये परेशानी अगर लंबे वक्त तक रहे तो ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने तनाव और चिंता को पहचानें और उसे दूर करने का प्रयास करें। मानसिक तनाव को लेकर समाज में अब भी उतनी जागरुकता नहीं आई है जितनी आनी चाहिए थी। भारत में मानसिक समस्या से ग्रसित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है और आने वाले दस सालों में दुनिया भर में मानसिक समस्याओं से ग्रसित लोगों की एक बड़ी आबादी भारतीयों की होगी। हमारी लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से हमारी मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। रोजाना घंटों काम करने की वजह से स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। आज के समय में स्ट्रेस एक आम समस्या हो गई हैं, जिससे हर दूसरा व्यक्ति प्रभावित है। इसलिए इससे बचाव करना ज्यादा जरूरी हो जाता है। लेकिन हम कई बीमारियों के शिकार भी हो रहे हैं। आइए जानते हैं।

हार्ट संबंधी बीमारियां 

ज्यादा स्ट्रेस लेने की वजह से दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। स्ट्रेस की वजह से हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है, जो हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का सबसे बड़ा कारण बन सकता है। स्ट्रेस लेने के कारण नींद न आने की समस्या हो सकती है। इसके कारण हार्ट संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है।

स्ट्रोक का खतरा

स्ट्रोक होने के कारण हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है। जिस वजह से ब्लड क्लॉटिंग या नस फटने का खतरा होता है। इन दोनों की वजह से स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, जो दिमाग में ब्लीडिंग या खून न पहुंचने की वजह से हो सकता है।

इरेगुलर पीरियड्स

पीरियड्स से शरीर के हार्मोन भी प्रभावित होते हैं। स्ट्रेस की वजह से इरेगुरल पीरियड होने का खतरा बना रहता है, जो कि शरीर में हार्मोन में बदलाव करता है।

स्ट्रेस लेवल से कैसे बचा जाए 

फिजिकल एक्टिविटी करें

फिजिकल एक्टिविटी करने से स्ट्रेस लेवल कम हो जाता है। इससे शरीर मे हैप्पीनेस हार्मोन और एंडोर्फिन रिलीज हो जाते है, जो मूड को अच्छा बनाने में कारगर है। इसलिए आप कोशिश करें कि रोजाना थोड़ी देर रनिंग, वॉकिंग या कोई अच्छी फिजिकल एक्टिविटी करें। 

नींद पूरी करें

नींद पूरी न होने की वजह से भी कई बार स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं। इसलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। अगर आप बेहतर नींद चाहते है, तो सोने, उठने और खाने का एक टाइम फिक्स जरूर कर लें। साथ ही, अपने बेडरूम से सभी डिस्ट्रेक्शन्स को बाहर कर दें। 

हेल्दी डाइट लें

स्ट्रेस के खतरे को कम करने के लिए अपनी डाइट में फल, सब्जियां, दूध, दही और साबुत अनाज को शामिल करें। इससे आपकी सेहत भी अच्छी होगी और स्ट्रेस लेवल भी कम होगा। 

रोज मेडिटेशन करें

अपने लिए कुछ देर का समय निकालकर मेडिटेट करना सेहत के लिए फायदेमंद होगा। इससे आपको पता लगेगा कि स्ट्रेस क्यों हो हा है और इसके पीछे क्या कारण है, इन सभी चीजों को जाने में मदद मिलेगा। इसलिए रोजाना सुबह उठकर मेडिटेशन जरूर करें।