भारतीय मूल की अमेरिकी महिला अप्सरा अय्यर ने रचा इतिहास, हार्वर्ड लॉ रिव्यू की अध्यक्ष चुनी गईं

हार्वर्ड लॉ स्कूल के अंतर्गत संचालित होने वाली लॉ रिव्यू एक ऐसी संस्था है, जो विधिक क्षेत्र में प्रकाशित होने वाले जनरल के लेखों की समीक्षा और चयन का काम करती है।

Updated: Feb 07, 2023, 05:33 AM IST

न्यूयॉर्क। हार्वर्ड लॉ स्कूल में द्वितीय वर्ष की एक भारतीय-अमेरिकी छात्रा अप्सरा अय्यर को प्रतिष्ठित हार्वर्ड लॉ रिव्यू का अध्यक्ष चुना गया है। लॉ रिव्यू के 136 साल के इतिहास में ये पहली बार है जब किसी भारतीय मूल की महिला ने ये पद संभाला है। देश के लिए यह गर्व की बात है।

‘द हार्वर्ड क्रिमसन' की एक रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया कि अप्सरा अय्यर को हार्वर्ड लॉ रिव्यू का 137वां अध्यक्ष चुना गया, जिसकी स्थापना 1887 में हुई थी और यह छात्रों द्वारा संचालित सबसे पुराने कानूनी छात्रवृत्ति प्रकाशनों में से एक है। अप्सरा अय्यर से पहले इस पद पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी रह चुके हैं।  

हार्वर्ड लॉ रिव्यू का अध्यक्ष चुने जाने पर अप्सरा अय्यर ने खुशी जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि लॉ रिव्यू अध्यक्ष के रूप में, उनका उद्देश्य 'लेखों की समीक्षा एवं चयन की प्रक्रिया में और अधिक संपादकों को शामिल करना और 'उच्च गुणवत्ता वाले काम के लिए प्रकाशन की प्रतिष्ठा को बनाए रखना है।'

यह भी पढ़ें: तुर्की-सीरिया के लिए भारत से NDRF की दो टीमें रवाना, भूकंप प्रभावित इलाकों में शुरू करेंगी रेस्क्यू ऑपरेशन

क्रिमसन रिपोर्ट के अनुसार, अप्सरा अय्यर ने 2016 में येल से स्नातक की डिग्री हासिल की है। अर्थशास्त्र, गणित और स्पेनिश में अय्यर की स्नातक डिग्री है। अप्सरा अय्यर के तत्काल पूर्ववर्ती प्रिसिला कोरोनाडो ने कहा कि अप्सरा अय्यर को शीर्ष पर रखने को लेकर प्रकाशन बेहद भाग्यशाली है। 

हार्वर्ड लॉ स्कूल के अंतर्गत संचालित होने वाली लॉ रिव्यू एक ऐसी संस्था है, जो विधिक क्षेत्र में प्रकाशित होने वाले जनरल के लेखों की समीक्षा और चयन का काम करती है। इसकी स्थापना साल 1887 में हुई थी। '